यूपी में गांव के स्वास्थ्य केन्द्रों में महिलाएं खोलेंगी कैंटीन, नाम है 'दीदी कैफे'

यूपी में गांव के स्वास्थ्य केन्द्रों में महिलाएं खोलेंगी कैंटीन, नाम है 'दीदी कैफे'

उत्तर प्रदेश में ग्रामीण इलाकों को उन्नत जन सुविधाओं से लैस करने की कवायद को योगी सरकार ने तेज किया है. इस कड़ी में शहरों की तर्ज पर हर गांव में खेल के मैदान, पार्क और ओपन जिम के बाद अब सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में कैंटीन की सुविधा भी शुरू की गई है. सरकार ने यह काम गांव की महिलाओं को सौंपा है.

यूपी के गांवों में महिलायें ने संभाला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की कैंटीन चलाने का जिम्मा  यूपी के गांवों में महिलायें ने संभाला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की कैंटीन चलाने का जिम्मा
क‍िसान तक
  • Lucknow,
  • Feb 03, 2023,
  • Updated Feb 03, 2023, 7:30 PM IST

यूपी के ग्राम्य विकास विभाग ने गांव के स्वास्थ्य केन्द्रों को कैंटीन की सुविधा से लैस करने की योजना का काम शुरू कर दिया है. प्रदेश के ग्राम्य विकास मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कैंटीन खोलने और चलाने की जिम्मेदारी गांव की महिलाओं को सौंपने का निर्देश दिया है. प्रदेश के ग्राम्य विकास आयुक्त जीएस प्रियदर्शी ने बताया कि इस योजना के तहत मरीजों और उनके तीमारदारों को खाना एवं नाश्ता उपलब्ध कराने वाली इस कैंटीन को 'दीदी कैफे' नाम दिया गया है. विभाग की ओर से बताया गया कि राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों तथा ग्राम एवं संकुल स्तरीय संगठनों से जुड़ी महिलाओं को स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर निर्भर बनाने लिये यह जिम्मेदारी सौंपी जा रही है.

दीदी कैफे में मिलेंगे मोटे अनाज से तैयार व्यंजन 

इसके तहत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा प्रेरणा कैंटीन खोली जा रही हैं. उपमुख्यमंत्री मौर्य ने कहा कि इस पहल से न सिर्फ गांव की महिलाएं आर्थिक रूप से सक्षम होकर अपने परिवार की समृद्धि में सहायक बनेंगी, साथ ही मरीजों और उनके तीमारदारों को भी  'दीदी कैफे' से ताजा भोजन और नाश्ता मिले सकेगा. मौर्य ने कहा कि यह ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक स्थिति को संवारने वाला यह महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने कहा कि इन दीदी कैफे में मिलेट्स के व्यंजन भी बनाए जाएं. 
 

प्रेरणा कैंटीन बन रहीं अब दीदी कैफे  

राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की निदेशक सी इन्दुमती ने जिलों के मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश के सभी 873 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर निष्क्रिय पड़ी प्रेरणा कैंटीन को नए सिरे से चालू किया जाए. जिन स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रेरणा कैंटीन अभी नहीं हैं, उनमें महिलाओं के समूह गठित कर दीदी कैफे शुरू किए जाएं. इन्दुमती ने दिशा-निर्देश जारी कर कहा कि इन कैंटीनों का संचालन, सामुदायिक निवेश निधि, ग्राम संगठन आजीविका निधि या सीसीएल का उपयोग करके किया जाए. 

काम में आई तेजी

 विभाग की ओर से बताया गया कि स्वास्थ्य केन्द्रों पर दीदी कैफे बनाने का काम तेजी से चल रहा है. प्रदेश में अब तक 167 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में प्रेरणा कैंटीन में दीदी कैफे के संचालन की जिम्मेदारी स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने संभाल ली है. मिशन निदेशक ने बताया कि इससे पहले सरकारी कार्यालयों एवं विकास खण्डों के परिसर में प्रेरणा कैंटीन शुरू करने के लिए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को जगह आवंटित की गई. इस पर अब तक 705 प्रेरणा कैंटीन महिलाओं द्वारा संचालित हो र‍ही हैं.

ये भी पढ़ें-

Rajasthan: 57 हजार किसानों ने खेतों में लगवाए सौर ऊर्जा पंप संयंत्र

Video: कभी माफिया खाते थे खौफ, आज बैलों से बना रहे हैं बिजली

MORE NEWS

Read more!