केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस कॉन्फ्रेंस में कृषि मंत्री ने विकसित कृषि संकल्प अभियान के बारे में जानकारी दी. देश में यह अभियान 29 मई से शुरू होकर 12 जून तक चलेगा. इस अभियान में देश के अलग-अलग गांवों में किसानों को खरीफ फसलों के बारे में जानकारी दी जाएगी. प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत करते हुए कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कृषि मंत्रालय की 5 बड़ी नीतियों के बारे में बताया जिस पर काम किया जाएगा. इसी के साथ उन्होंने कृषि मंत्रालय के अभियान के बारे में भी कई महत्वपूर्ण बातें कहीं. आइए जान लेते हैं.
कृषि मंत्रालय की 5 बड़ी नीतियां
- फसलों की उत्पादकता बढ़ाना
- उत्पादकता की लागत कम करना
- आपदा के दौरान किसानों को मुआवजा देना
- किसानों को उनकी उपज का बेहतर कीमत देना
- प्राकृतिक खेती पर अधिक ध्यान देना
शिवराज सिंह चौहान की 10 खास बातें
- केंद्रीय कृषि मंत्रालय भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के साथ 29 मई से 12 जून 2025 तक देश भर में विकसित कृषि संकल्प अभियान चलाएगा. इसके तहत देश के विभिन्न गावों में किसानों को खरीफ की फसलों के बारे में जानकारी दी जाएगी.
- क्षेत्र विशेष के लिए खरीफ मौसम में उगाई जाने वाली प्रमुख फसलों और पशुपालन, मुर्गी पालन, मछली पालन, आदि से संबंधित आधुनिक तकनीकों के बारे में किसानों को जागरूक किया जाएगा.
- किसानों के लिए उपयोगी और अलग-अलग सरकारी योजनाओं और नीतियों की जानकारी दी जाएगी. इसके लिए किसानों को जागरूक किया जाएगा.
- किसानों को स्वायल हेल्थ कार्ड के फायदे के बारे में जागरूक किया जाएगा, जिससे किसान उपलब्ध जानकारी के अनुसार फसलों के चयन करें. साथ ही खादों के उपयोग के बारे में भी जागरूक किया जाएगा.
- प्राकृतिक खेती का प्रचार और प्रसार किए जाएंगे. कृषि में ड्रोन तकनीक के उपयोग और नैनो यूरिया तथा नैनो डीएपी के बारे में किसानों को जानकारी के साथ- साथ वीडियो से विभिन्न आधुनिक तकनीकों को भी दिखाया जाएगा. साथ ही शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि देश के 18 लाख किसानों ने प्राकृतिक खेती करने का फैसला लिया है.
- शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारे पास 16 हजार कृषि वैज्ञानिक हैं. अभियान के लिए हम 2170 टीमें बनाएंगे. एक टीम में चार साइंटिस्ट होंगे, किसान साइंटिस्ट से डिस्कशन करेंगे. किसान और विज्ञान दोनों जुड़ेंगे, हमारा मंत्र है एक राष्ट्र, एक कृषि एक टीम.
- किसान फायदे की खेती करें इस भाव से यह अभियान शुरू कर रहे हैं. रिसर्च अलग चलती रहती है खेती अलग चलती रहती है अब यह नहीं चलेगा. अब विज्ञान और अनुसंधान किसान के द्वार जाएगा. साइंटिस्ट अब 11 महीने लैब में और एक महीने किसानों के साथ रहेंगे.
- कृषि संकल्प अभियान अभियान में 65,000 से अधिक गावों में वैज्ञानिक दल किसानों से सीधा संवाद करेगा. वहीं, इस अभियान को 723 जिलों में चलाया जाएगा और प्रत्येक जिले के लिए 3 टीमें जाएंगी. हर टीम में 4-5 विषय विशेषज्ञ, वैज्ञानिक, विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल होंगे.
- इस अभियान के दौरान 1.30 करोड़ से अधिक किसानों के साथ सीधा संवाद, प्रत्येक दल प्रतिदिन 3 पंचायतों में कार्यक्रम करेंगे जिसमे करीब 500-600 किसान भाग लेंगे . वीआईपी और जन प्रतिनिधि (मंत्री, सांसद, विधायक आदि) केन्द्र और राज्य सरकारों के उच्च अधिकारी भी इस अभियान में भाग लेंगे.
- कृषि संकल्प अभियान में किसानों से फीडबैक लिया जाएगा, जिससे की उनके द्वारा किए गए नवाचार के बारे में वैज्ञानिक सीख सकें और जो समस्या है उसकी चर्चा के हिसाब से साइंटिस्ट रिसर्च करेंगे.