25 से 300 रुपये के प्रीमियम पर पशु बीमा, 88 हजार तक म‍िलता है मुआवजा

25 से 300 रुपये के प्रीमियम पर पशु बीमा, 88 हजार तक म‍िलता है मुआवजा

Pashudhan Bima Yojana: पशुधन बीमा योजना के तहत कवर हो जाने के बाद शुरुआत के 21 दिन तक केवल दुर्घटना से मृत्यु का कवरेज शामिल होगा. इसमें पुलिस सूचना अनिवार्य होगी. पशु की आकस्मिक मृत्यु का कवरेज बीमा कराने के 21 दिन बाद शुरू होगा.

pashudhan bima yojanapashudhan bima yojana
क‍िसान तक
  • New Delhi ,
  • Dec 03, 2022,
  • Updated Dec 03, 2022, 8:23 AM IST

क‍िसानों की आजीव‍िका का एक प्रमुख साधन दुधारू पशु भी हैं. कई बार बीमारी से पशुओं की मौत होने पर क‍िसानों को भारी घाटा हो जाता है. दोबारा पशु खरीदने के ल‍िए उन्हें लंबे समय तक पैसे जोड़ने पड़ते हैं. लेक‍िन, अगर किसान नाम मात्र के पैसे पर पशुधन बीमा करवा लें तो ऐसी च‍िंता से मुक्त हो सकते हैं. हर राज्य अपने-अपने सूबे के पशुपालकों के ल‍िए बीमा योजना चला रहा है. हर‍ियाणा में तो स‍िर्फ 25 से 300 रुपये तक के प्रीमियम पर पशु बीमा होता है. इसके तहत एक पशु की मौत पर मुआवजे के रूप में अध‍िकतम 88 हजार तक का मुआवजा म‍िलता है.  

हर‍ियाणा में पशुधन बीमा योजना का संचालन केंद्र (राष्ट्रीय पशुधन मिशन) व राज्य सरकार के साझा सहयोग से किया जा रहा है. योजना का मकसद पशुपालकों के पशुधन का बीमा करवाकर आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है. वहीं, पशुओं की अचानक मृत्यु से होने वाले आर्थिक नुकसान की भरपाई करवाने में यह योजना मददगार साबित हो रही है.

बीमा में कौन-कौन पशु कवर होंगे? 

  • बीमा योजना के तहत कुछ चयनित पशुओं का ही बीमा होता है.
  • योजना में दो प्रकार के पशुओं का वर्गीकरण किया गया है. बड़े पशु तथा छोटे पशु. 
  • बड़े पशुओं में गाय, भैंस, सांड, झोटा ( प्रजनन के ल‍िए), घोड़ा, ऊंट, गधा, खच्चर और बैल शाम‍िल हैं. 
  • छोटे पशुओं में भेड़, बकरी, खरगोश एवं सूअर का बीमा किया जाता है. 
  • प्रत्येक परिवार 5 पशुधन यूनिट का बीमा करवा सकता है. 
  • एक पशुधन यूनिट का मतलब एक बड़ा जानवर या 10 छोटे जानवर हैं. 
  • गौशालाएं भी अपने पांच पशुओं का बीमा करवा सकती हैं. 
  • एक परिवार की पर‍िभाषा में पति-पत्नी और उन पर न‍िर्भर 18 साल से कम बच्चे हैं.

क‍ितना है प्रीम‍ियम 

  • अनुसूचित जाति के पशुपालकों का बीमा निशुल्क होता है. 
  • अन्य वर्गों के लोग 100/200/300 रुपये प्रति पशुधन प्रतिवर्ष देकर बड़े पशु का बीमा करवा सकते हैं. 
  • छोटे पशुओं का बीमा मात्र 25 रुपये प्रति पशुधन प्रति वर्ष देकर करवा सकते हैं. 
  • पशुपालक का अंशदान प्रति पशुधन प्रति वर्ष (रुपये 100/200/300) पशु की दुग्ध क्षमता के अनुसार तय होगा. 
  • शेष प्रीमियम रकम राज्य व केंद्र सरकार द्वारा वहन की जाएगी. 

दूध के ह‍िसाब से बीमा रकम और प्रीम‍ियम 

यद‍ि साहीवाल गाय की उम्र 2-10 साल है और वो 10 लीटर तक दूध देती है तो प्रीम‍ियम 100 रुपये होगा. बीमा रकम 40000 तय होगी. यद‍ि वो रोजाना से 10 से 15 लीटर तक दूध देती है तो बीमा रकम 41000 से 60000 रुपये के बीच म‍िलेगी और प्रीम‍ियम 200 रुपये सालाना देना होगा. इसी तरह 15 लीटर से अध‍िक दूध देने वाली गाय का प्रीमियम 300 रुपये होगा. इसकी बीमा रकम 61000 से 83000 रुपये तक तय होगी. 

अगर दुधारू भैंस की उम्र 3 से 10 साल है और वह रोजाना 10 लीटर तक दूध देती है तो उसकी बीमा रकम 60000 तय होगी. बीमा करवाने के ल‍िए सालाना स‍िर्फ 100 रुपये का प्रीमियम देना होगा. अगर वो 10 से 15 लीटर के बीच दूध देती है तो उसका प्रीमियम 200 रुपये सालाना होगा, लेकिन बीमा रकम बढ़कर 61000 से 70000 रुपये तक हो जाएगी. इसी तरह 15 लीटर से अध‍िक दूध देने वाली भैंस की बीमा रकम 71000 से 88000 रुपये तक तय होगी. लेक‍िन प्रीमियम के 300 रुपये देने होंगे. 

पशुधन बीमा कवरेज

इस योजना के तहत बीमित पशुधन की आकस्मिक एवं दुर्घटना मृत्यु को कवर किया गया है. बीमा हो जाने के बाद शुरुआत के 21 दिन तक केवल दुर्घटना से मृत्यु का कवरेज शामिल होगा. इसमें पुलिस सूचना अनिवार्य होगी. पशु की आकस्मिक मृत्यु का कवरेज बीमा कराने के 21 दिन बाद शुरू होगा. 

पशुधन की चोरी कवरेज में शामिल नहीं की गई है. योजना के तहत गाय का अधिकतम मूल्य 83000 और भैंस का 88000 रुपये होगा. भारवाहक (पैक) पशुओं का अधिकतम मूल्य 50000 रुपये होगा. इसी तरह छोटे पशु (बकरी, भेड़, सूअर इत्यादि) का अधिकतम मूल्य 10000 रुपये होगा.  

MORE NEWS

Read more!