मगही और देसी पान से होगी किसानों की कमाई, खेती करने पर ये सरकार दे रही 35000 रुपये

मगही और देसी पान से होगी किसानों की कमाई, खेती करने पर ये सरकार दे रही 35000 रुपये

बिहार सरकार पान की खेती को बढ़ावा देने के लिए पान विकास योजना चला रही है. इस योजना के तहत किसानों को 50 फीसदी सब्सिडी दी जाएगी. बता दें कि इसमें किसान बिहार के मशहूर मगही पान और देसी पान की खेती करके अच्छी कमाई कर सकते हैं.

पान की खेती पर सब्सिडीपान की खेती पर सब्सिडी
संदीप कुमार
  • Noida,
  • Jan 31, 2025,
  • Updated Jan 31, 2025, 12:58 PM IST

भारत में पान की खेती कई राज्यों में की जाती है. वहीं, भारत में पान का एक अलग ही महत्व है. उसमें भी अगर बात मगही पान की हो तो क्या ही कहने. जैसे, उत्तर प्रदेश में बनारसी पान फेमस है, वैसे ही बिहार में मगही पान लोगों के दिलों पर राज करता है. यहां पर लोग मगही पान को बड़े ही चाव के साथ खाना पसंद करते हैं. इसको लेकर बिहार सरकार ने राज्य में मगही और देसी पान के क्षेत्रफल को बढ़ाने के लिए बड़ा अहम फैसला लिया है. दरअसल, बिहार सरकार ने किसानों के लिए पान विकास योजना शुरू की है. इस योजना के तहत किसानों को पान की खेती करने पर 50 फीसदी सब्सिडी दी जाती है. पान की खेती पर सब्सिडी देने के पीछे सरकार का उद्देश्य राज्य में पान का उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करना है.

किसानों को इतनी मिलेगी सब्सिडी

राज्य सरकार ने पान विकास योजना के तहत 100 वर्ग मीटर से लेकर 300 वर्ग मीटर में मगही और देसी पान की खेती पर इकाई लागत 70500 रुपये निर्धारित की है. यानी अगर किसान 300 वर्ग मीटर में मगही और देसी पान की खेती करते हैं, तो उन्हें 70500 रुपये पर 50 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी. यानी किसानों को इस योजना के तहत 35250 रुपये मिलेंगे.  

कौन उठा सकता है योजना का लाभ

बिहार के सात जिलों के किसान इस योजना का लाभ उठा सकते हैं. इसमें औरंगाबाद, गया, नालंदा, नवादा, शेखपुरा, सारण और वैशाली जिला शामिल हैं. बता दें कि इस योजना का लाभ FPC के सदस्य और व्यक्तिगत किसान दोनों ले सकते हैं. वहीं, इस योजना के लाभार्थियों का चयन लॉटरी के चयन से किया जाएगा.

मगही पान को मिल चुका है GI टैग

बिहार के मशहूर मगही पान को ज्योग्राफिकल आइडेंटिफिकेशन टैग (GI Tag) भी मिल चुका है. मगही पान की अपनी एक अलग विशेषता है. साथ ही इस पान की मांग भी जबरदस्त है. लोग इसे आयुर्वेदिक औषधि और माउथ फ्रेशनर के रूप में भी इस्तेमाल करते हैं.

किसान ऐसे कर सकते हैं आवेदन

  • किसान ऑनलाइन आवेदन करने के लिए सबसे पहले राज्य सरकार की हॉर्टिकल्चर वेबसाइट पर जाएं.
  • किसान आधिकारिक वेबसाइट के होम पेज पर जाने के बाद योजना का विकल्प चुनें.
  • यहां जाने के बाद पान विकास योजना पर क्लिक करें.
  • इसके बाद पान की खेती पर मिलने वाली सब्सिडी के लिए आवेदन करें.
  • यहां क्लिक करने के बाद आपके सामने रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुलकर आ जाएगा.
  • इसके बाद मांगी गई सारी जानकारी को ध्यानपूर्वक और सही-सही भर दें.
  • सभी डिटेल भरने के बाद आपका आवेदन सफलतापूर्वक जमा हो जाएगा.

ऐसे कर सकते हैं पान की खेती

पान की खेती हल्की ठंड और छायादार जगहों पर की जाती है. पान की फसल को उगाने से पहले उस खेत की अच्छी तरह जुताई करें. इससे खेत में मौजूद पुरानी फसलों के अवशेष पूरी तरह नष्ट हो जाते हैं. जुताई के बाद खेत को ऐसे ही खुला छोड़ दें. फिर मचान बनाने से पहले आखिरी जुताई कर मिट्टी को भुरभुरी कर लेना चाहिए. इसके बाद ही मचान बनाना चाहिए. पान की रोपाई के लिए कतार से कतार की दूरी 30 सेंटीमीटर होनी चाहिए. वहीं, पौधे से पौधे की दूरी 15 सेंटीमीटर होनी चाहिए. पान की रोपाई फरवरी के आखिरी हफ्ते से मार्च के मध्य तक की जाती है. 

MORE NEWS

Read more!