केंद्र सरकार ने देश के दूरस्थ इलाकों में Health Services को आधुनिक चिकित्सा पद्धति से लैस करने की परियोजना शुरू की है. इसके लिए सरकार ने Use of Drone Technology in Health Service Delivery प्रोजेक्ट शुरू किया है. सरकार का मानना है कि इसके माध्यम से आपात स्थिति में दूरदराज के ग्रामीण इलाकों में बेहतर जांच एवं Sample Reporting में ड्रोन तकनीक वरदान साबित होगी. इसकी शुरुआत छत्तीसगढ़ में वनवासी समुदायों की बहुलता वाले अंबिकापुर इलाके से की गई है. इस परियोजना में सीमित दूरी की रेंज वाले ड्रोन के माध्यम से Blood Sample Collect किए जाएंगे. इस परियोजना के शुरुआती दौर में Blood Sample Collection करने के लिए 40 किमी तक की दूरी तय करने वाले ड्रोन की परीक्षण उड़ान की गई है.
छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से बताया गया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दूरदराज के इलाकों में चिकित्सा सेवाओं को उन्नत करने के क्रम में ड्रोन के इस्तेमाल का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है. पायलट प्रोजेक्ट के लिए छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर स्थित राजमाता श्रीमती देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय काे चुना गया. प्रोजेक्ट के तहत उदयपुर के Community Health Canter से ब्लड सैंपल एकत्र कर इसे शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में पहुंचाया गया. इसके बाद सैंपल की जांच करके इसकी रिपोर्ट भी भेजी गई.
ये भी पढ़ें, Exam Result : छत्तीसगढ़ में व्यापम की छवि बदलने की कवायद शुरू, 15 दिन में जारी हुआ परीक्षा परिणाम
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल की पहल पर शुरू हुई इस परियोजना के तहत काम करने के लिए 250 से ज्यादा Medical Officer तथा चिकित्सकों की नियुक्ति भी की गयी है.
सरकार की ओर से इस परियोजना के बारे में बताया गया कि छत्तीसगढ़ के सरगुजा एवं बस्तर क्षेत्र जैसे दूरदराज के इलाकों में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों की लैब में कई तरह जांच नहीं होती हैं. ऐसे में इन केंद्रों से सैंपल को एकत्र कर Nearest Reffer Canter में भेजना पड़ता है. ऐसी स्थिति में ड्रोन सुविधा मरीजों के लिए वरदान साबित हो सकती है.
ये भी पढ़ें, Chhattisgarh Budget : साय सरकार के पहले बजट में गांव गरीब का रखा गया पूरा ध्यान, टैक्स में भी मिली राहत
इस प्रोजेक्ट के तहत ड्रोन का संचालन दो स्व-सहायता समूह की ड्रोन दीदीयां करेंगी. इन्हें Drone Operation Training के लिए दिल्ली भेजा गया था. इनमें से Sample Loading and Unloading का काम करने के लिए एक ड्रोन दीदी को उदयपुर एवं एक अन्य को अंबिकापुर में तैनात किया गया है. इस प्रोजेक्ट के सफल होने पर राज्य के सभी जिलों में इसे लागू किया जायेगा. सरकार का दावा है कि दूरदराज के इलाकों में गंभीर रूप से बीमार मरीजों को मेडिकल जांच एवं सैंपल रिपाेर्टिंग की जानकारी ड्रोन के माध्यम से उपलब्ध कराना राज्य के लिए वरदान साबित होगी.