केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुजरात के जूनागढ़ में भारतीय मूंगफली अनुसंधान संस्थान का निरीक्षण की. इसके साथ ही इसके कार्यों की समीक्षा की और किसानों और स्वयं सहायता समूहों की दीदियों से संवाद किया. शिवराज सिंह ने लखपति दीदियों को रक्षाबंधन की बधाई देते हुए कहा कि स्वयं सहायता समूहों की बहनों को लखपति बनाना सरकार का संकल्प है, प्रत्येक महिला स्वावलंबी, आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनें, इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम किए जा रहे हैं.
शिवराज सिंह ने कहा कि अब तक 1.5 करोड़ दीदियां लखपति बन गई हैं. साथ ही 15 अगस्त तक 2 करोड़ लखपति दीदियों का लक्ष्य पूरा हो जाएगा. देश में अब सिर्फ लखपति दीदी ही नहीं, बल्कि 10 लाख से ज्यादा आय के साथ मिलेनियर दीदियों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रहा है. उन्होंने कहा कि लैंगिक भेदभाव कम करने और सामाजिक बदलाव की दिशा में स्वयं सहायता समूहों की बहनें परिवर्तन की नई कहानियां लिख रही हैं. यह महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है.उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी संकल्प है कि देश की महिलाएं अधिक से अधिक संख्या में आर्थिक गतिविधियों में भूमिका निभाएं.
उन्होंने कहा कि गांव में महिलाओं को यदि सही कौशल प्रशिक्षण, बैंक से उचित लोन और आवश्यक सुविधाएं प्राप्त हो जाए, तो वह चमत्कार कर सकती हैं. उन्होंने कहा कि देश के उत्पादों को लोकल से वोकल बनाने में लखपति दीदियां ऐतिहासिक भूमिका निभा रही हैं. महिलाओं के योगदान की प्रशंसा करते और हौसला बढ़ाते हुए शिवराज सिंह ने कहा कि आप हिम्मत से आगे बढ़ते रहिए, आपकी हरसंभव मदद के लिए प्रधानमंत्री मोदी स्वयं आपके साथ खड़े हैं.
उद्योग जगत में महिलाओं की भूमिका बढ़ाने की योजना पर भी काम चल रहा है. महिलाओं के परिश्रम से ही विकसित भारत का निर्माण होगा. इस अवसर पर, शिवराज सिंह ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत 10 लाख से अधिक आय अर्जित करने वाली 50 लखपति दीदियों की सफल प्रेरणादायी कहानियों के संकलन और संस्थान के वार्षिक प्रतिवेदन का विमोचन किया.