Rajasthan: खेती का काम करते हुए हुई मौत, सरकार ने 11 हजार किसानों को दी 176 करोड़ की सहायता

Rajasthan: खेती का काम करते हुए हुई मौत, सरकार ने 11 हजार किसानों को दी 176 करोड़ की सहायता

खेती का काम करते हुए किसानों को हुए शारीरिक नुकसान की भरपाई के लिए राजस्थान सरकार ने राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना शुरू की है. योजना के तहत किसानी का काम करते समय दुर्घटनावश अंग-भंग होने या मौत होने पर किसान के आश्रित को दो लाख रुपये तक का आर्थिक सहयोग दिया जाता है. 

राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना में किसानी करते वक्त मृत्यु पर दो लाख रुपये की सहायता दी जाती है. फोटो- DIPRराजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना में किसानी करते वक्त मृत्यु पर दो लाख रुपये की सहायता दी जाती है. फोटो- DIPR
माधव शर्मा
  • Jaipur,
  • Aug 05, 2023,
  • Updated Aug 05, 2023, 9:05 AM IST

वेणीराम एक किसान थे. थे इसीलिए लिखा क्योंकि सांप काटने से अगस्त 2022 में उनकी मौत हो गई. उस वक्त वे अपने मक्के के खेत में खरपतवार हटा रहे थे. वेणाराम उदयपुर जिले के गिर्वा के रहने वाले थे. उनकी पत्नी डाली बाई को राजस्थान सरकार की ओर से दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी गई. यह सहायता डाली बाई को राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना के तहत दी गई थी. डाली बाई अकेली नहीं हैं. उनकी तरह ही इस योजना के तहत प्रदेशभर में 11,777 किसानों को यह मदद दी गई है. 

क्या है राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना?

खेती का काम करते हुए किसानों को हुए शारीरिक नुकसान की भरपाई के लिए राजस्थान सरकार ने यह योजना शुरू की है. योजना के तहत किसानी का काम करते समय दुर्घटनावश अंग-भंग होने या मौत होने पर किसान के आश्रित को दो लाख रुपये तक का आर्थिक सहयोग दिया जाता है. योजना के तहत किसान की मृत्यु पर दो लाख रुपये की सहायता दी जाती है. वहीं, अंग-भंग होने जैसे रीड की हड्डी टूटने, सिर पर चोट लगने से कोमा में जाने, दोनों हाथ, दोनों पैर, दोनों आंख या कोई एक अंग कटकर अलग होने पर 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता किसान को दी जाती है. 

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अब तक 11,777 किसानों को दी सहायता

कृषि विपणन विभाग की डायरेक्टर पुष्पा सत्यानी से मिली जानकारी के अनुसार इस योजना के तहत राज्य सरकार की ओर से अब तक 11,777 किसानों को मंडी समितियों के जरिए 176 करोड़ 37 लाख 68 हजार रुपये की सहायता राशि दी जा चुकी है. इसमें दिसंबर 2018 से मार्च 2019 तक 989 किसानों को 1381.98 लाख रुपये, 2019-20 में 2,981 किसानों को 4303.50 लाख रुपये, 2020-21 में 2275 किसानों को 3457.10 लाख रुपये, 2021-22 में 2806 किसानों को 4227.10 लाख रुपये, 2022-23 में 2321 किसानों को 3468.80 लाख रुपये किसानों या उनके आश्रितों को दिए गए हैं.

इसके अलावा अप्रेल 2023 से मई तक 405 किसानों को 799.20 लाख रुपये की सहायता राशि दी गई है. इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान राज किसान साथी पोर्टल पर जन आधार और मोबाइल नंबर से आवेदन भेज सकते हैं. 

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मोती बाई को भी मिली आर्थिक सहायता

डाली बाई की तरह ही उदयपुर जिले की सराड़ा तहसील निवासी मोती बाई को भी इस योजना का लाभ मिला है. उनके पति बाल पटेल की सितम्बर 2022 में खेत में बाजरे की फसल काटने के दौरान सांप काटने से मृत्यु हो गई थी.

उन्होंने राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना में सहायता राशि के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान किसान महोत्सव में उन्हें 2 लाख रुपये  का चेक दिया था. 

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