राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने किसानों के लिए एक बड़ा ऐलान किया है. दीया कुमारी जो राज्य की वित्त मंत्री भी हैं, उन्होंने मंगलवार को कहा कि साल 2027 तक किसानों को दिन में भी बिजली मिलने लगेगी. राज्य के बजट पर चर्चा के दौरान उन्होंने यह बात कही है. डिप्टी सीएम दीया ने यह भी कहा कि सरकार एक हजार गांवों को डामर की सड़कों से लैस करेगी. इसके अलावा उन्होंने राज्य में मौजूद भारत-पाकिस्तान सीमा पर भी कई बातें कही हैं.
दीया कुमार ने कहा कि बाड़मेर जिले में भारत-पाक सीमा चौकियों तक 48 करोड़ रुपए की लागत से सड़कें बनाई जाएंगी. पहले चरण में इस साल 9 चौकियों तक सड़कों का निर्माण होगा. वहीं, बिजली ट्रांसमिशन लाइन के दायरे में आने वाली किसानों की जमीन के लिए डीएलसी दर से 30 फीसदी ज्यादा मुआवजा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश की 100 गौशालाओं को रियायती दरों पर गौकाष्ठ मशीन मुहैया कराई जाएगी. साथ ही भूमि ज्ञान, नामकरण, गैर खातेदारी भूमि को खातेदारी में बदलने जैसे कामों के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म भी उपलब्ध कराया जाएगा.
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दीया कुमारी के इस ऐलान को किसानों के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इस साल की शुरुआत में खबर आई थी कि राजस्थान की सरकार किसानों को बिजली सप्लाई करने के लिए महाराष्ट्र के मॉडल को अपनाएगी. इस मॉडल के तहत किसानों को दिन में बिजली दी जाएगी. जनवरी में राजस्थान सरकार की तरफ से कहा गया था कि अधिकारियों की एक टीम जल्द ही महाराष्ट्र का दौरा करेगी.
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टीम की तरफ से महाराष्ट्र की सरकार की तरफ से इस दिशा में किए गए नीतिगत बदलावों और उनसे मिली सफलता का अध्ययन किया जाएगा. इसके बाद इस पर चर्चा की जाएगी कि राजस्थान की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार महाराष्ट्र के उपायों को यहां कैसे लागू किया जा सकता है. इस सिलसिले में तब राज्य के एनर्जी मिनिस्टर हीरालाल नागर ने इससे पहले मुंबई में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात भी की थी.