हरियाणा में इस समय रबी फसलों की बुवाई का पीक टाइम चल रहा है. ऐसे में किसानों को खाद की जरूरत पड़ रही है. ऐसे में सरकार खाद बिक्री केंद्रों पर किसानों की लंबी कतार देखी जा रही है, लेकिन उन्हें पर्याप्त खाद नहीं मिल पा रही है. इसे लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष में बयानबाजी तेज है. किसानों और विपक्ष का कहना है कि राज्य में खाद की कमी है, जबकि राज्य सरकार का कहना है कि खाद की कमी नहीं है, यहां पर्याप्त स्टॉक मौजूद है. इस बीच, प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के नेता और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसानों की समस्याओं को लेकर नायब सिंह सैनी की सरकार पर हमला बोला है और इन मुद्दों को आगामी विधानसभा सत्र में उठाने की बात कही है.
पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में भाजपा सरकार के दावों की खोखलेपन की सच्चाई एक महीने में ही उजागर हो गई है. उन्होंने शनिवार को रोहतक में मीडिया से बात करते हुए कहा, "सरकार किसानों को जरूरी खाद की आपूर्ति कराने कराने और उनकी फसल के लिए उचति एमएसपी देने में विफल रही है."
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि जिलों में जरूरत के हिसाब से डीएपी की 50 प्रतिशत सप्लाई भी नहीं हुई है. यहां तक कि पुलिस थानों से खाद की बिक्री की जारी रही है. किसानों को धान की उपज पर एमएसपी से 300-400 रुपये कम दिए जा रहे हैं. इन दोनों मुद्दों को कांग्रेस आने वाले विधानसभा सत्र में प्रमुखता से उठाएगी.
‘दि ट्रिब्यून’ की रिपोर्ट के मुताबिक, सीनियर कांग्रेस लीडर ने कहा कि भाजपा पिछली बार भी खाद की सही व्यवस्था नहीं कर पाई थी. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, " राज्य के कृषि मंत्री बार-बार यह कह रहे हैं कि खाद की कमी नहीं है, लेकिन वास्तव में खाद की कमी नहीं है तो किसान रात भर लाइन में क्यों खड़े हैं? पुलिस थानों में खाद क्यों बेची जा रही है? क्यों महिलाओं को खाद लिए घर से निकलना पड़ रहा है?"
ये भी पढ़ें - रणदीप सुरजेवाला का Bjp पर वार, बोले- किसानों से बदला निकाल रही है सरकार
पूर्व सीएम ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि सिर्फ पराली जलाने की घटनाएं ही वायु प्रदूषण के लिए पूरी तरह जिम्मेदार नहीं है. छोटे किसानों के लिए इसका प्रबंधन करना बड़ा मुश्किल है. पराली को एमएसपी पर खरीदकर खाद, बिजली और अन्य उत्पाद बनाना सरकार की जिम्मेदारी है.
कांग्रेस नेता ने इस दौरान मीडिया को वायरल वीडियो दिखाते हुए आरोप लगाया कि भाजपा ने चुनाव में पैसे बांटे हैं. वहीं, उन्होंने जानकारी दी कि कांग्रेस ने हार के कारण जानने के लिए करण सिंह दलाल की अध्यक्षता में एक समिति बनाई है. यह समिति जल्द अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भले ही हम चुनाव हारे हैं, लेकिन हमारी लड़ाई जारी है और हम जनता के मुद्दों के लिए लड़ते रहेंगे. वहीं, उन्होंने नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति को लेकर कहा कि कांग्रेस विधायकों ने अपनी पसंद का नाम पार्टी हाईकमान को बताया है. महाराष्ट्र चुनाव के बाद हाईकमान इस पर फैसला ले सकता है. तब तक विधानसभा में कांग्रेस के सभी 37 विधायक राज्य की समस्याओं को लेकर आवाज उठाएंगे.