न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की लीगल गारंटी सहित 13 मांगों को लेकर साल भर से आंदोलन कर रहे किसानों की सरकार के साथ पांचवें दौर की बातचीत भी बेनतीजा रही है. अगली बैठक 22 फरवरी को होगी, जिसमें कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहेंगे. केंद्रीय खाद्य आपूर्ति और उपभोक्ता मामले मंत्री प्रह्लाद जोशी ने किसानों से उनकी मांगों से संबंधित सारा डेटा ले लिया है. सरकार उसका अध्ययन करेगी और 22 फरवरी को फिर बैठक होगी. यानी आज की बैठक में कोई नतीजा नहीं निकला. कई किसान नेता अगली बैठक दिल्ली में करने की मांग कर रहे हैं. हालांकि, अभी मीटिंग की जगह को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है.
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि 22 फरवरी की अगली बैठक में शिवराज सिंंह चौहान के अलावा दो और मंत्री शामिल होंगे. बैठक की जगह जल्द बातचीत के बाद सरकार तय करेगी. वहीं, सूत्रों का कहना है कि बैठक में गृह मंत्री अमित शाह शामिल हो सकते हैं और बैठक की जगह दिल्ली या चंडीगढ़ हो सकती है.
पंजाब के कृषि मंत्री खुड्डियां ने कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंंह चौहान के परिवार में शादी है, लेकिन हमें उम्मीद है कि 22 फरवरी को चंडीगढ़ में बैठक होगी. वहीं, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि आज सभी मुद्दों पर बातचीत हुई है. हमने शांतिपूर्ण तरीके से किसानों की मांगों को सुना है. 22 फरवरी को शिवराज चौहान के नेतृत्व में अगली बैठक होगी.
बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा की ओर से 28 सदस्यों के शामिल होने की बात कही जा रही थी, लेकिन बैठक में शामिल होने के लिए आ रहे पीआर पांडियन और एक अन्य नेता का रास्ते में एक्सीडेंट हो गया, जिसके बाद वे बैठक में शामिल नहीं हो सके. 26 नवंबर से अनिश्चितकालीन आमरण अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल खनौरी बॉर्डर से एंबुलेंस के जरिये मीटिंग वाली जगह पहुंचे. बैठक में एकमात्र महिला किसान नेता सुखविंदर कौर शामिल रहीं.
सुबह तक किसानों के प्रतिनिधिमंडल में सरवन सिंह पंढेर, अभिमन्यु कोहाड़, काका सिंह कोटड़ा, सुखजीत सिंह, अरुण सिन्हा, लखविंदर सिंह, जसविंदर लोंगोवाल, एमएस राय, नंद कुमार, बलवंत सिंह बेहरामके और इंद्रजीत सिंह कोटबुढ़ा जैसे नेताओं के शामिल होने की जानकारी दी गई थी.
अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि आज केंद्र सरकार के मंत्री के साथ बैठक हुई. हमने तथ्यों के साथ अपनी बात रखी. जो तथ्य हमने रखे उसपर केंद्र के पास जवाब नहीं थे. डल्लेवाल की पोती के निधन के बावजूद वो यहां पहुंचे. केंद्र और पंजाब सरकार ने डल्लेवाल से अनशन तोड़ने की अपील की. दोनों मोर्चों के नेताओं ने साफ कर दिया कि तब तक ये अनशन चलेगा, जब तक एमएसपी गारंटी कानून नहीं बन जाता.
मीटिंग के बारे में सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानी को लेकर जो बातें बजट में कहीं, उसके बारे में बात की गई. 22 फरवरी को होने वाली बैठक दिल्ली में करवाने के लिए दोनों संगठनों ने जोर डाला. उस मीटिंग में भी जगजीत सिंह डल्लेवाल जाएंगे. 25 फरवरी को दिल्ली कूच का कार्यक्रम अभी जारी रहेगा.(असीम बस्सी के इनपुट के साथ)