हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सोनीपत जिले के गणौर में बन रहे इंडिया इंटरनेशनल हॉर्टिकल्चर मार्केट (IIHM) का दौरा किया और निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा की. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्माण कार्य को तेजी से पूरा किया जाए और तय समय सीमा के भीतर प्रोजेक्ट पूरा हो.
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि यह प्रोजेक्ट केवल हरियाणा के ही नहीं, बल्कि देश भर के किसानों, फल-सब्जी उत्पादकों, फूल, मछली, पोल्ट्री और डेयरी व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए एक बड़ा व्यापारिक मंच बनेगा. इसका राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर होना और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों के पास होना, इसे लॉजिस्टिक के लिहाज से भी बेहद उपयोगी बनाता है.
यह प्रोजेक्ट 544 एकड़ और 2 कनाल ज़मीन पर बनाया जा रहा है, जिसकी कुल लागत लगभग 2,595 करोड़ है. अब तक करीब 45% निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और 689 करोड़ की राशि जारी की जा चुकी है. कुल 50 लाख वर्ग फुट क्षेत्र में बनने वाला यह मार्केट हर साल 20 लाख टन उत्पादन को संभालने की क्षमता रखेगा.
इस मार्केट में 14,907 कारों और 3,305 ट्रकों की पार्किंग, 17 मार्केटिंग व ट्रेडिंग शेड्स और 13 आधुनिक इमारतें बनाई जा रही हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य किसानों की आमदनी बढ़ाना और कृषि निर्यात को बढ़ावा देना है.
मुख्यमंत्री ने मार्केट में 28 मेगावाट सौर ऊर्जा सिस्टम लगाने की योजना की समीक्षा की और इसे और बढ़ाने की सिफारिश की ताकि यह पूरी तरह ऊर्जा आत्मनिर्भर बन सके. साथ ही उन्होंने रेनीवेल सिस्टम शुरू करने और सीवरेज सिस्टम की मरम्मत व जल पुनः उपयोग की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री सैनी ने निर्माण एजेंसी को साफ तौर पर निर्देश दिया कि गुणवत्ता और समयसीमा का पालन करते हुए कार्य करें. उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट न केवल एक आधुनिक कृषि मंडी का उदाहरण बनेगा, बल्कि राज्य की कृषि अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करेगा.
गणौर में बन रहा यह हॉर्टिकल्चर मार्केट भारत के सबसे बड़े कृषि प्रोजेक्ट्स में से एक है. यदि यह समय पर और सही तरीके से पूरा होता है, तो यह किसानों की आमदनी बढ़ाने और उन्हें वैश्विक बाजारों से जोड़ने में एक मील का पत्थर साबित होगा.