केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को विदिशा जिले में दिशा समिति की बैठक में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने विभिन्न विकास योजनाओं और खासकर बीज वितरण प्रणाली की समीक्षा करते हुए प्रशासनिक लापरवाही पर कड़ी नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि अगर अधिकारी ही सही डेटा नहीं दे पाएंगे, तो किसानों की मदद कैसे हो सकेगी? बैठक में गंजबासौदा क्षेत्र में घटिया सोयाबीन बीज की शिकायत सामने आने पर मंत्री ने गंभीर चिंता जताई और अफसरों से सख्त लहजे में सवाल किए.
उन्होंने कहा कि बीज निगम के अफसर यह स्पष्ट करें कि किसानों के लिए आपने अब तक क्या पहल की है? टारगेट कौन निर्धारित करता है? कितने किसानों को बीज देना है, कितनी भूमि पर सोयाबीन बोई जाएगी- क्या इसका कोई अनुमान तैयार किया गया है? जब अफसर इन सवालों के संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए तो कृषि मंत्री शिवराज ने कहा कि आपकी जानकारी अधूरी है, इससे किसानों का भला नहीं हो सकता.
उन्होंने मौजूदा खरीफ सीजन के आंकड़ों की भी समीक्षा की और कहा कि अगर अधिकारी आंकड़ों में स्पष्टता नहीं रखते तो नीति निर्माण और योजनाओं का लाभ किसानों तक नहीं पहुंच पाएगा. शिवराज सिंह चौहान ने भंडारण प्रणाली और बीज खरीद प्रक्रिया की पूरी रिपोर्ट मांगी. उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि किसानों को समय पर और क्वालिटी से भरपूर बीज मिलें, ताकि उन्हें नुकसान न झेलना पड़े.
बैठक के दौरान चौहान ने रबी सीजन को लेकर भी अफसरों को दिशा-निर्देश जारी दिए अभी से ही तैयारी शुरू करने के लिए कहा. चौहाने कहा कि यह सुनिश्चित करें कि किसानों को अगले फसल सीजन के दौरान कोई समस्या और मुश्किल न हो. वहीं, केंद्रीय मंत्री चौहान ने बैठक में मौजूद जनप्रतिनिधियों से अपील करते हुए कहा कि आपका काम निगरानी करना है. काम की गुणवत्ता पर ध्यान दें. जब आप खुद देखेंगे तो काम करने वाले भी जवाबदेह बनेंगे. अगर दिल में काम की तड़प है तो तपना भी पड़ेगा.
चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास, ग्रामीण सड़कों जैसी योजनाओं की जमीनी निगरानी पर जोर देते हुए कहा कि जनप्रतिनिधि इनका मूल्यांकन करें और जनहित में सुधार के प्रयासों को प्राथमिकता दें. चौहान ने आगे कहा कि मैं देशभर में किसानों से मिल रहा हूं, लखपति दीदियों से बातचीत कर रहा हूं. जनप्रतिनिधियों के मन में सेवा की ललक होनी चाहिए. जब यह भाव मन में होगा तभी हम सही मायनों में किसानों और ग्रामीण भारत की सेवा कर पाएंगे.