अगर आपको वायरल बुखार है तो घर में लगा तुलसी का पौधा आपके काम आ सकता है. 1 लीटर पानी में 7-8 तुलसी के पत्ते और 1 चम्मच लौंग का पाउडर डालकर उबालें. अब इस पानी को छान लें और हर 2-2 घंटे में आधा कप पानी पिएं. इससे वायरल बुखार से राहत मिलेगी.
गिलोय को आयुर्वेद में एक कारगर औषधि माना जाता है. यह वायरल बुखार और दर्द से राहत दिलाने का काम करता है. इसके लिए आप गिलोय का काढ़ा बनाकर पी सकते हैं. गिलोय की पत्तियों और जड़ों को आधा लीटर पानी में उबालें. थोड़ा ठंडा होने पर इस पानी को 4 बार में पियें.
अदरक बहुत गुणकारी है. बारिश के मौसम में आपको अदरक का सेवन जरूर करना चाहिए. अदरक वायरल बुखार से भी राहत दिलाता है और बदन दर्द से भी राहत दिलाता है. इसके लिए अदरक के पेस्ट में शहद मिलाकर खाएं. इससे सर्दी-खांसी भी ठीक हो जाती है.
वायरल बुखार को ठीक करने के लिए आप मेथी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. मेथी के दानों को रात भर पानी में भिगो दें. सुबह इस पानी को हल्का गुनगुना करके और छानकर पियें. इससे आपको राहत मिलेगी.
वायरल बुखार में दालचीनी फायदेमंद होती है. इसके सेवन से गले के दर्द, सर्दी और खांसी से भी राहत मिलती है. इसके लिए 1 कप पानी लें और उसमें 1 चम्मच दालचीनी पाउडर और 2 इलायची डालें. इसे करीब 5 मिनट तक पकाएं और छानकर पानी को दो खुराक में पिएं.
काली मिर्च (काली मिर्च के फायदे) को आयुर्वेद में औषधि के रूप में जाना जाता है. काली मिर्च में विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन के, विटामिन सी और विटामिन बी6, थायमिन, नियासिन, सोडियम, पोटेशियम जैसे गुण पाए जाते हैं. काली मिर्च का उपयोग इम्युनिटी बढ़ाने के लिए भी किया जा सकता है. काली मिर्च में पाए जाने वाले पोषक तत्व सर्दी, खांसी और वायरल फ्लू जैसी समस्याओं से बचाने में मदद कर सकते हैं. बीमारियों से बचने के लिए भी काली मिर्च फायदेमंद मानी जाती है.