माइक्रोग्रीन्स बहुत छोटे-छोटे पौधे होते हैं. ये पौधे इतने छोटे होते हैं कि आपकी ऊंगली से भी छोटे दिखते हैं. इन्हें बनाने के लिए बस बीज, थोड़ी मिट्टी और पानी चाहिए. सबसे अच्छी बात ये है कि ये सिर्फ 7 दिन में घर पर उग जाते हैं. यानी एक हफ्ता भी पूरा नहीं होता और आपके पास ताज़े हरे पौधे तैयार हो जाते हैं, जिन्हें आप खा सकते हैं. इन्हें उगाना बहुत मज़ेदार भी है-जैसे छोटा-सा गार्डन खेल!
सर्दियों में धूप कम मिलती है और बड़ी सब्ज़ियाँ जल्दी नहीं उग पातीं. लेकिन माइक्रोग्रीन्स को ज्यादा धूप की ज़रूरत नहीं होती. बस हल्की रोशनी और थोड़ा पानी ही काफी है. इसलिए ये ठंड के मौसम में आसानी से उग जाते हैं. सबसे खास बात यह है कि ये 7 दिन में ही घर की रसोई में तैयार हो जाते हैं, चाहे बाहर कितनी भी ठंड क्यों न हो. इन्हें उगाकर बच्चे और बड़े दोनों ताज़ा और हेल्दी हरी सब्ज़ी खा सकते हैं.
मेथी माइक्रोग्रीन्स बनाना बहुत आसान है. बस मेथी के दाने एक छोटी ट्रे या कटोरी में हल्की मिट्टी पर डाल दें, ऊपर थोड़ा पानी छिड़क दें. रोज़ हल्का पानी डालने से ये दाने जल्दी जाग जाते हैं और छोटे-छोटे पौधे बन जाते हैं. केवल 7 दिन में मेथी माइक्रोग्रीन्स घर पर पूरी तरह तैयार हो जाते हैं. आप इन्हें रोटी, पराठे या सलाद पर डालकर खा सकते हैं. स्वाद हल्का कड़वा होता है लेकिन सेहत के लिए बहुत फायदेमंद.
मूली माइक्रोग्रीन्स सिर्फ तेज़ ही नहीं उगते, बल्कि बहुत रंगीन और सुंदर भी दिखते हैं. इनके पत्ते हल्के गुलाबी और हरे होते हैं. इन्हें उगाने में मिट्टी भी ज़्यादा नहीं लगती. मूली के बीजों को बस हल्की मिट्टी में छिड़क दें और रोज़ थोड़ा-सा पानी दें. बस! एक हफ्ते यानी 7 दिन में यह घर पर तैयार हो जाते हैं. इनका स्वाद हल्का तीखा होता है और ये सर्दियों में शरीर को मज़बूत बनाने में मदद करते हैं.
धनिया के माइक्रोग्रीन्स बहुत खुशबूदार होते हैं. इन्हें उगाते समय बस बीजों को हल्का दबा दें और पानी डालते रहें. हर दिन ये और हरे-हरे दिखने लगते हैं. बच्चों को यह बहुत मज़ेदार लगता है क्योंकि ये रोज़ बढ़ते दिखते हैं. सिर्फ 7 दिन में इसमें छोटे-छोटे पत्ते निकल आते हैं, और ये खाने में बहुत ताज़गी देते हैं. दाल, खिचड़ी, सलाद-सब में यह स्वाद बढ़ा देते हैं.
सरसों के माइक्रोग्रीन्स सर्दियों के लिए सबसे अच्छे माने जाते हैं क्योंकि ये शरीर को गर्म रखने में मदद करते हैं. इनके बीज बहुत छोटे होते हैं और बहुत जल्दी अंकुरित हो जाते हैं. सिर्फ 2–3 दिन में इनके छोटे-छोटे तने दिखने लगते हैं और 7वें दिन तक ये पूरी तरह खाने लायक बढ़ जाते हैं. इनका स्वाद थोड़ा तेज़ होता है, लेकिन जब आप इन्हें दाल या पराठे के साथ खाते हैं, तो स्वाद बहुत अच्छा लगता है.
माइक्रोग्रीन्स बहुत नरम और ताज़ा होते हैं, इसलिए इन्हें सीधे पेड़ से काटकर भी खाया जा सकता है. बस धोकर खाएं. आप इन्हें सलाद में, सूप में, दाल पर, रोटी के ऊपर या बच्चों के सैंडविच में भी डाल सकते हैं. यह खाने को सुंदर भी बनाते हैं और सेहतमंद भी. और सबसे अच्छी बात-इनको उगाने के सिर्फ 7 दिन बाद ये आपकी थाली में पहुँच जाते हैं!