कोलियस रंग-बिरंगी, सुंदर पत्तियों एक वाला पौधा है. ये पौधा साल भर हरा-भरा रहता है. कोलियस की एक दर्जन से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनकी पत्तियां कई अलग-अलग रंगों, पैटर्न और साइज की होती हैं. यह एक लो-मेंटीनेंस वाला पौधा है जिसे बहुत देखभाल की जरूरत नहीं पड़ती. इसे किसी भी जगह, किसी भी मौसम में लगाया जा सकता है. इस पौधे में कई आयुर्वेदिक औषधीय गुण पाए जाते हैं जिसका उपयोग लोग ब्लड प्रेशर, पाचन, सांस, पेशाब संबंधी बीमारियों और अनिद्रा के लिए घरेलू तौर पर दवा के रूप में इस्तेमाल करते हैं.
इसे लोग अंग्रेजी दवा की जगह जड़ी बूटियों के तौर पर भी इस्तेमाल करते हैं. अगर आप भी अपने घर में कोलियस का पौधा लगाना चाहते हैं और उसकी उन्नत किस्म कोंग मिक्स एंपायर का बीज मंगवाना चाहते हैं तो आप नीचे दी गई जानकारी की सहायता से कोलियस का बीज ऑनलाइन अपने घर पर मंगवा सकते हैं.
राष्ट्रीय बीज निगम (National Seeds Corporation) किसानों की सुविधा के लिए ऑनलाइन कोलियस की उन्नत किस्म कोंग मिक्स एंपायर का बीज बेच रहा है. इस बीज को आप ओएनडीसी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं. यहां किसानों को कई अन्य प्रकार की फसलों के बीज भी आसानी से मिल जाएंगे. किसान इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर पर डिलीवरी करवा सकते हैं.
कोलियस की उन्नत किस्म कोंग मिक्स एंपायर अपनी जड़ी बूटी वाली गुणों के लिए जाना जाता है. वहीं कई लोग इसे सजावटी पौधे के तौर पर भी अपने घरों में लगाते हैं. ये पौधा लगाने के 9 से 10 सप्ताह में तैयार हो जाता है जिसकी रंग-बिरंगी पत्तियां देखने में काफी आकर्षक होती हैं. वहीं इसे घर में कहीं छायेदार जगह पर लगाना चाहिए.
अगर आप भी कोलियस की उन्नत किस्म कोंग मिक्स एम्पायर को अपने घर में लगाना चाहते हैं तो इस किस्म के बीज के तीन ग्राम के 10 पैकेट फिलहाल 40 फीसदी की छूट के साथ 127 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएगी. इसे खरीद कर आप आसानी से कोलियस के पौधे को घर में लगा सकते हैं.
बींस लता वाले समूह का एक पौधा है. इसके पौधों पर निकलने वाली फलियां सेम या बींस कहलाती हैं जिन्हें सब्जी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. बींस की कोहिनूर 51-IUS किस्म का फल हरे रंग का होता है. इसके फल अन्य किस्मों से लंबे होते हैं. इस बींस के बीज को लगाने के 48-58 दिनों के अंदर पहली तुड़ाई शुरू हो जाती है. वहीं ये किस्म 90 से 100 दिनों में पूरी तरह से तैयार हो जाती है. अगर आप भी बींस की खेती करना चाहते हैं तो इस किस्म के बीज का 500 ग्राम का पैकेट फिलहाल 42 फीसदी की छूट के साथ 550 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएगा.
करेले की खेती सब्जी के रूप में की जाती है. इसके पौधे बेल की तरह होते हैं जिस वजह से इसे बेल वाली फसल की श्रेणी में रखा जाता है. करेले की क्वीन किस्म की खेती उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्रों में फरवरी से जून माह तक की जाती है. वहीं इस किस्म के फल मोटे और गहरे चमकीले हरे रंग के होते हैं. अगर बात करें इसके उत्पादन की तो इस किस्म से प्रति एकड़ 60 क्विंटल तक पैदावार प्राप्त की जा सकती है. ये किस्म 50 से 60 दिनों में फल देने लगता है. अगर आप भी करेले की क्वीन किस्म की खेती करना चाहते हैं तो इस किस्म के बीज का 50 ग्राम का पैकेट फिलहाल 42 फीसदी की छूट के साथ 151 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएगा.