जामुन बीज पाउडर से किसान कर सकते हैं अच्छी कमाई, चाय में होता है इस्तेमाल

जामुन बीज पाउडर से किसान कर सकते हैं अच्छी कमाई, चाय में होता है इस्तेमाल

आयुर्वेद में जामुन के बीज के पाउडर का इस्तेमाल कई तरह की समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है. आप जामुन के फल को खा भी सकते हैं और इसके बीजों का पाउडर भी बना सकते हैं. ऐसे में किसान जामुन बीज के पाउडर से अच्छी कमाई कर सकते हैं. इतना ही नहीं इसके बीज का इस्तेमाल चाय में भी किया जाता है. 

Jamun Seed Powder
प्राची वत्स
  • Noida,
  • Feb 28, 2024,
  • Updated Feb 28, 2024, 12:56 PM IST

जामुन एक खट्टा-मीठा फल है. जामुन विटामिन और खनिज पदार्थ का भंडार है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं, जो दिल के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद करते हैं. गर्मियों में ज्यादातर लोग जामुन का सेवन करते हैं. लेकिन जामुन के बीजों को फेंक दिया जाता है. वहीं जामुन के बीज भी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. जी हां, जामुन फल की तरह इसके बीज भी पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं. आप जामुन के बीजों का उपयोग पाउडर के रूप में भी कर सकते हैं. जामुन के बीज का पाउडर डायबिटीज और ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होता है. इस चूर्ण को खाने से पाचन और मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है.

आयुर्वेद में होता है जामुन बीज के पाउडर का इस्तेमाल

आयुर्वेद में जामुन के बीज के पाउडर का इस्तेमाल कई तरह की समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है. आप जामुन के फल को खा भी सकते हैं और इसके बीजों का पाउडर भी बना सकते हैं. ऐसे में किसान जामुन बीज के पाउडर से अच्छी कमाई कर सकते हैं. इतना ही नहीं इसके बीज का इस्तेमाल चाय में भी किया जाता है. 

शुगर रोगी के लिए फायदेमंद है जामुन के बीज का पाउडर!

अगर आप प्री-डायबिटिक या शुगर रोगी हैं तो आप जामुन के बीज का पाउडर खा सकते हैं. जामुन के बीज का पाउडर शरीर में इंसुलिन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है. साथ ही इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है. ऐसे में अगर डायबिटीज का मरीज जामुन के बीज का पाउडर खाएगा तो उसका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहेगा. प्री-डायबिटीज में जामुन के बीज का पाउडर खाने से डायबिटीज से बचा जा सकता है. जामुन के बीज के फ़ायदों को देखते हुए बाजार में इसकी मांग लगातार बढ़ती जा रही है. ऐसे में किसान इसकी खेती कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. वहीं दूसरी तरफ जामुन के बीज का इस्तेमाल चाय में भी किया जाता है. जिस वजह से इसकी मांग और अधिक होती जा रही है. 

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चाय में होता है इसके बीज का इस्तेमाल

वर्तमान समय में एसिडिटी, गैस, पाचन, दिल और किडनी संबंधी समस्याओं के कारण दूध और पत्ती वाली चाय का सेवन हानिकारक साबित हो रहा है. इसकी जगह हर्बल चाय की मांग बढ़ती जा रही है. बाजार में हर दिन चाय की नई-नई वैरायटी सामने आ रही हैं. इसे ध्यान में रखते हुए संस्थान ने जामुन की चाय विकसित की है. जामुन के पेड़ की छाल में कृमिनाशक गुण होते हैं. जामुन की छाल के पाउडर में कुछ अन्य सामग्री मिलाकर चाय तैयार की गई है. यूरिन इन्फेक्शन और अन्य संक्रामण के इलाज में जामुन के बीज चाय बहुत फायदेमंद होता है.

औषधीय गुणों का भंडार है जामुन का बीज

अपने औषधीय गुणों के कारण जामुन का महत्व अन्य व्यावसायिक फसलों से कहीं अधिक है. जामुन का इस्तेमाल कई अन्य तरीकों से भी किया जाता है. इस क्षेत्र में गंभीर प्रयासों की जरूरत है. इस विचार को ध्यान में रखते हुए, आईसीएआर-केंद्रीय उपोष्णकटिबंधीय बागवानी संस्थान, लखनऊ ने जामुन से बनने वाले उत्पादों का निर्माण किया है और भविष्य में भी नए उत्पादों के निर्माण के लिए तैयार है.

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