भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच सरकार ने कहा है कि लोग जरूरी खाद्य वस्तुओं की खरीदारी को लेकर होड़ न मचाएं. देश के भंडारण भरे हुए है. साथ ही सरकार ने व्यापारियों को भी भंडारण कर जमाखाेरी नहीं करने के निर्देश दिए हैं, ताकि कीमतों और आपूर्ति को लेकर लोगों को दिक्कत न हो. इसी क्रम में अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के राष्ट्रीय मंत्री शंकर ठक्कर ने कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान के बढ़ते तनाव के बीच लोगों ने आवश्यक वस्तुओं की खरीदी बढ़ा दी है, लेकिन हम लोगों को बताना चाहते हैं कि देश में खाद्यान्न संबंधित वस्तुओं की कोई कमी नहीं है. उन्होंने व्यापारियों से भी बड़ी अपील की है.
ठक्कर ने कहा कि सरकार के भंडारण भरे हुए हैं, इसके साथ मंडियों और दुकानों में भरपूर मात्रा में सामान उपलब्ध है. इसलिए घबराहट में खरीदी ना करें. सीमा पर बढ़ते तनाव को देखते हुए केंद्र सरकार जरूरी चीज़ों के दामों पर कड़ी निगरानी रख रही है. सरकार ने साफ कहा है कि जमाखोरी या मुनाफाखोरी जैसी गतिविधियों को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जरूरत पड़ी तो आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
शंकर ठक्कर ने कहा जिस तरह सैनिक हमारी सरहदों पर अपना मोर्चा संभालते हैं, इसी तरह देश के व्यापारी जो कि आर्थिक मोर्चा संभालते हैं यानी कि देश की आपूर्ति को संभालते हैं. उनको देश पर आई इस विपदा की घड़ी में फर्ज के रूप में अपने नागरिकों तक खाने-पीने की चीजों की आपूर्ति सुचारू रूप से कम से कम मुनाफा रखकर करनी चाहिए.
आने वाले दिनों में सरकार द्वारा ज़रूरी चीज़ों की आपूर्ति और दामों को सामान्य बनाए रखने के लिए स्टॉकिस्ट, आयातकों, थोक विक्रेताओं और खुदरा दुकानदारों के साथ नियमित बैठकें की जा सकती हैं. देश के खाद्य भंडारों में इस समय लगभग 66.17 मिलियन टन अनाज (गेहूं और चावल) मौजूद हैं, जो पिछले साल सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के जरिए बांटे गए कुल अनाज (52 मिलियन टन) से भी ज्यादा है. यानी देश के पास एक साल से भी ज़्यादा का अनाज स्टॉक में है.
सरकार ने यह भी बताया कि मौसम विभाग ने अच्छी बारिश की भविष्यवाणी की है, जिससे उत्पादन और आपूर्ति दोनों ही सामान्य रहेंगे. सरकार के अनुसार, अप्रैल महीने में खाने-पीने की चीज़ों के दाम स्थिर रहे हैं. मार्च 2025 में खुदरा महंगाई दर (CPI) घटकर 3.34% पर आ गई है, जो अगस्त 2019 के बाद सबसे कम है. शंकर ठक्कर ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि वे खाद्य सामान जरूरत से ज्यादा न खरीदें.
देश में पर्याप्त अनाज और जरूरी सामान मौजूद हैं और स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है. सभी व्यापारियों से भी अपील करते हुए कहा की कोई भी व्यापारी गैर जिम्मेदार तरीके से ज्यादा मुनाफा कमाने का या भंडारण करने की कोशिश ना करें, जिसके चलते संगठन को या सरकार को व्यापारियों के खिलाफ कदम उठाने पड़े.