उत्तर भारत सहित देश के कई राज्य दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, एमपी, महाराष्ट्र, गुजरात, बिहार, पश्चिम बंगाल और नॉर्थ-ईस्ट के कई राज्यों में भीषण गर्मी पड़ रही है. लगातार बढ़ रहे तापमान की वजह से लोगों की हालत लगातार खराब होती नजर आ रही है. इतना ही नहीं पशु-पक्षी भी इसके चपेट में आते नजर आ रहे हैं. हालात इस हद तक बिगड़ चुके हैं कि देश के 140 से ज्यादा शहरों में रात के समय तापमान ग्रामीण इलाकों के मुकाबले 60 फीसदी ज्यादा है. दिल्ली से सटे राज्यों की बात करें तो यहां तापमान 50 पार कर चुका है. बढ़ती गर्मी को देखते हुए लोगों की चिंता लगातार बढ़ती जा रही है.
मौसम विभाग (IMD) के साथ-साथ अब जिला प्रशासन भी लगातार भीषण गर्मी को लेकर चेतावनी जारी कर रहे हैं. वहीं गर्मी के मौसम में चल रही लू लोगों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है. बचाव के लिए आइए जानते हैं क्या-क्या टिप्स अपना सकते हैं.
गर्मियों में हीटस्ट्रोक के मामले
हीटस्ट्रोक के मामले गर्मियों में सबसे ज़्यादा देखे जाते हैं, यह शरीर के तापमान के बहुत ज़्यादा बढ़ जाने के कारण होता है. हीटस्ट्रोक के कारण गंभीर सिरदर्द, भ्रम, उल्टी, चक्कर आना, शरीर का तापमान 103 डिग्री से ज़्यादा होना, त्वचा का लाल होना, बेहोशी जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. कुछ मामलों में ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव के कारण गंभीर जटिलताएं भी हो सकती हैं.
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लू से खुद को बचाने का उपाय
- जहां तक हो सके, कड़ी धूप में बाहर न निकलें.
- जितना हो सके पानी पीते रहें. यात्रा करते समय हमेशा पीने का पानी साथ रखें.
- जब भी धूप में निकलें, हल्के रंग के, ढीले और सूती कपड़े पहनें. धूप का चश्मा पहनें. तौलिया या गमछा गीला करके सिर पर रखें और चलने से पहले चेहरा पोंछ लें.
- अधिक तापमान में अधिक शारीरिक श्रम न करें.
- हल्का भोजन करें, अधिक पानी वाले मौसमी फल जैसे तरबूज, खीरा, खरबूजा, संतरा आदि का अधिक से अधिक सेवन करें. अधिक प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ जैसे मांस, अंडा और सूखे मेवे आदि का सेवन न करें, क्योंकि ये शरीर का तापमान बढ़ाते हैं.
- घर में बने पेय पदार्थ जैसे लस्सी, नमक-चीनी का घोल, छाछ, नींबू पानी, आम का पन्ना आदि का नियमित सेवन करें.
- अपने दैनिक आहार में कच्चा प्याज, सत्तू, पुदीना, सौंफ और खस शामिल करें.
- गर्म पेय जैसे चाय, कॉफी और नशीले पदार्थ जैसे तंबाकू आदि का सेवन न करें.
- बच्चों को बंद वाहन में अकेला न छोड़ें.
- जानवरों को छाया में रखें और उन्हें पीने के लिए भरपूर पानी दें.
- रात में घर में ताजी और ठंडी हवा आने की व्यवस्था करें.
- स्थानीय मौसम पूर्वानुमान और आगामी तापमान परिवर्तनों के बारे में विभिन्न विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी प्राप्त करते रहें.
- यदि आप अस्वस्थ महसूस करते हैं या चक्कर महसूस करते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
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लू लगने पर क्या करें?
- हीट स्ट्रोक से पीड़ित व्यक्ति को छाया में लिटाएं. अगर उसने टाइट कपड़े पहने हैं, तो उन्हें ढीला कर दें या उतार दें.
- शरीर को ठंडे गीले कपड़े से पोंछें या ठंडे पानी से नहलाएं.
- शरीर का तापमान कम करने के लिए रंग, पंखे आदि का इस्तेमाल करें. गर्दन, पेट और सिर पर बार-बार गीला और ठंडा कपड़ा रखें.
- व्यक्ति को ओआरएस, नींबू पानी, नमक-चीनी का घोल, छाछ या शर्बत पीने को दें, जिससे शरीर में पानी की मात्रा बढ़ सकती है.
- अगर व्यक्ति पानी की उल्टी करता है या बेहोश है, तो उसे कुछ भी खाने-पीने न दें.
- अगर हीट स्ट्रोक से पीड़ित व्यक्ति की हालत एक घंटे में ठीक न हो, तो उसे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाएं.
- शरीर का तापमान कम करने के लिए कूलर, पंखे आदि का इस्तेमाल करें.
- पैरों को ऊपर उठाएं.
- गर्दन, पेट और सिर पर गीला और ठंडा कपड़ा रखें.
- व्यक्ति को छाछ, नींबू पानी, शर्बत पीने को दें.
- व्यक्ति को छायादार जगह पर लिटाएं और उसके कपड़े ढीले कर दें.