फसल में कीटों का खतरा हमेशा बना रहता है. जिसके कारण नुकसान का डर हमेशा बना रहता है. ऐसे में फसलों को कीटों से बचाने के लिए कई तरह के कीटनाशकों या स्प्रे का छिड़काव किया जाता है. जिसका बुरा असर न सिर्फ फसलों पर बल्कि पर्यावरण पर भी दिख रहा है. इससे बचने के लिए किसान अब कई अन्य तरीके भी अपना रहे हैं. ऐसे में आइए जानते हैं फसलों को कीटों से बचाने का अनोखा तरीका. आपको बता दें फसलों को कीटों से बचाने के लिए चावल की भूसी, चीनी अन्य तरह के चीजों का इस्तेमाल किया जाता है. कैसे किया जाता है इस्तेमाल आइए जानते हैं.
फसलों को कीड़े से बचाने के लिए चारा और जाल का उपयोग सदियों से किया जाता है. लेकिन जो रासायनिक कीटनाशकों के बढ़ते उपयोग के कारण ये तरीके अब कम हो गए हैं. आइए जानते हैं इन पारंपरिक तरीकों के बारे में.
इस तरीके से कीटों को पकड़ने के लिए एक घोल बनाया जाता है. इस घोल को चिपचिपा बनाने के लिए लकड़ी का बुरादा, चोकर, गुड़ और पर्याप्त मात्रा में पानी मिलाएं. इसके बाद इसे शाम को पौधों के चारों ओर फैला दें. गुड़ कटवर्मों को आकर्षित करता है और जब वे इससे होकर गुजरने की कोशिश करते हैं तो यहां फंस जाते हैं और पौधों तक नहीं पहुंच पाते हैं. जिसके बाद धूप में यह घोल सूख जाता है और कीट मर जाते हैं.
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इस घोल को बनाने के लिए 100 ग्राम चोकर, 10 ग्राम चीनी, 200 ग्राम पानी, 5 ग्राम पाइरेथ्रम पाउडर मिलाएं. इसके बाद पौधों के चारों ओर फैलाएं. कटवर्म पदार्थ खाते हैं और मर जाते हैं.
उगाई जाने वाली फसलों की उत्पादकता कीटों, विशेषकर खरपतवार, रोगजनकों और पशु कीटों के प्रकोप के कारण खतरे में है. इन हानिकारक जीवों के कारण फसल का नुकसान काफी हो सकता है और फसल सुरक्षा उपायों से इसे रोका या कम किया जा सकता है. ऐसे में कीटनाशक दवाइयों के छिड़काव से ना केवल फसलों को नुकसान होता है बल्कि इंसानों पर भी इसका असर होता है. ऐसे में इस घरेलू तरीकों का इस्तेमाल कर आप फसलों से कीटों को दूर रख सकते हैं.