झांसी में किसान हो रहे मालामाल, KVK के उन्नत बीजों से बढ़ी फसलों की पैदावार, जानें सबकुछ...

झांसी में किसान हो रहे मालामाल, KVK के उन्नत बीजों से बढ़ी फसलों की पैदावार, जानें सबकुछ...

UP News: कृषि वैज्ञानिक डॉ आदित्य कुमार सिंह ने बताया कि किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र में आमंत्रित कर उन्हें बीज, पौधे और उर्वरक प्रदान किए गए हैं. इन किसानों को पैदावार बढ़ाने के तौर-तरीके प्रदान करने के साथ ही निरंतर मार्गदर्शन भी प्रदान किया जा रहा है.

कृषि विज्ञान केंद्र गोद लिए गांव के किसानों को निःशुल्क दे रहा उन्नत गेहूं, गोभी और सरसों के बीजकृषि विज्ञान केंद्र गोद लिए गांव के किसानों को निःशुल्क दे रहा उन्नत गेहूं, गोभी और सरसों के बीज
नवीन लाल सूरी
  • LUCKNOW,
  • Dec 18, 2025,
  • Updated Dec 18, 2025, 5:36 PM IST

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से किसानों को उन्नत खेती और अधिक पैदावार के लिए प्रेरित कर रही है. झांसी के भरारी में स्थित कृषि विज्ञान केंद्र गोद लिए गए 10 गांव के चयनित किसानों को उन्नत खेती के लिए न सिर्फ प्रेरित कर रहा है बल्कि उन्हें निशुल्क बीज और उर्वरक भी प्रदान कर रहा है. इन किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र में आमंत्रित कर कृषि वैज्ञानिक उन्नत और अधिक पैदावार के तौर तरीकों से भी परिचित करा रहे हैं. 

गेहूं की नई प्रजाति करनवंदना और सरसों की राधिका नस्ल

कृषि विज्ञान केंद्र झांसी के वैज्ञानिक डॉ आदित्य कुमार सिंह ने बताया कि झांसी के कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से गोद लिए गए गांव के किसानों को गेहूं की नई प्रजाति करनवंदना का बीज प्रदान किया गया है, जिसकी पैदावार परंपरागत गेहूं की तुलना में काफी अधिक होती है. सरसों की राधिका नस्ल के बीज प्रदान किए गए हैं, जिसमें शाखाएं अधिक होती हैं. इससे पैदावार अधिक होती हैं. फूलगोभी के भी उन्नत किस्म के तैयार पौधे प्रदान किए हैं, जिन्हें कृषि विज्ञान केंद्र में तैयार किया गया है. इन किसानों को बोरान उर्वरक भी प्रदान किया गया है, जो खेतों की उर्वर क्षमता बढ़ाने में सहायक होता है.

उन्नत बीज से फसलों की बढ़ेगी पैदावार

कृषि वैज्ञानिक डॉ आदित्य कुमार सिंह ने बताया कि किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र में आमंत्रित कर उन्हें बीज, पौधे और उर्वरक प्रदान किए गए हैं. इन किसानों को पैदावार बढ़ाने के तौर-तरीके प्रदान करने के साथ ही निरंतर मार्गदर्शन भी प्रदान किया जा रहा है. आधुनिक तरीकों को अपनाकर किसान खेती में पैदावार बढ़ा सकते हैं.

रबी सीजन में 130 लाख मीट्रिक टन उर्वरक उपलब्ध

इससे पहले योगी सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि रबी सीजन 2025-26 के लिए प्रदेश में उर्वरकों की कोई कमी नहीं है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार यूरिया, डीएपी और एनपीके की कुल उपलब्धता 130 लाख मीट्रिक टन से अधिक है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब पर्याप्त स्टॉक मौजूद है, तो कालाबाजारी का कोई औचित्य नहीं बनता. अगर फिर भी कहीं कृत्रिम संकट पैदा किया जाता है, तो यह साफ तौर पर आपराधिक साजिश मानी जाएगी. 

फसलों को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार का प्रयास जारी

बता दें कि कम समय में तैयार होने वाली फसलों को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार लगातार काम कर रही है. कृषि विज्ञान केंद्र, कृषि विश्वविद्यालय और अन्य सम्बंधित संस्थाएं भी लगातार अनुसंधान कर रही हैं.

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