बीकानेर जिले के गजनेर इलाके में उस समय हड़कंप मच गया, जब कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने रविवार देर रात छापा मारकर एक बड़ा गोरखधंधा पकड़ लिया. छापे के दौरान 1400 टन नकली डीएपी खाद बरामद हुई, जिसे असली बताकर किसानों को बेचने की तैयारी थी. जांच में सामने आया कि यह नकली डीएपी दरअसल कोलायत की खदानों से निकली चाइनीज़ क्ले से बनाई जा रही थी. बाहर से देखने में यह खाद असली जैसी लगती थी, लेकिन असलियत में यह किसानों की जेब काटने और फसलों को बर्बाद करने की साजिश थी.
सूत्र बताते हैं कि यह गोरखधंधा काफी समय से चल रहा था और इसकी सप्लाई राजस्थान के अलग-अलग जिलों में भेजी जा रही थी. मौके से बड़ी मात्रा में बोरियां, मशीनें और मिलावट का सामान भी जब्त किया गया. खास बातचीत में मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा है कि “किसानों के साथ धोखा करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा, अब जेल ही उनका ठिकाना होगा.”
यह पहला मौका नहीं है जब डॉ. मीणा ने इस तरह की छापेमारी की है. वे कई महीनों से नकली खाद-बीज के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. इससे पहले बीकानेर में तीन बार छापा पड़ चुका है. हर बार नकली माल बनाने वालों का पर्दाफाश हुआ है. रविवार देर रात भी ऐसा ही हुआ जब छापेमारी में हजारों बोरी नकली खाद पकड़ी गई. इस कार्रवाई के दौरान मंत्री डॉ. मीणा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि तुरंत गोदाम को सीज किया जाए और जब्त माल के सैंपल की जांच हो.
मीणा ने निर्देश दिया कि जांच के बाद अगर रिजल्ट में नकली और घटिया खाद की जानकारी मिलती है तो गोदाम मालिक के खिलाफ पुलिस थाने में केस दर्ज किया जाए. इसी के साथ मीणा ने किसानों से अपील की कि वे बोरी पर प्रमाणित चिन्हों और लेबल को देखकर ही खाद खरीदें. खाद की बोरी लेते समय दुकान मालिक से कैश मेमो और बिल जरूर लें. अगर किसी खाद पर संदेह हो तो तुरंत उसका सैंपल लेकर कृषि विभाग को दें. जांच में गलती पकड़े जाने पर कंपनी और मालिक पर कार्रवाई की जाएगी.
इस छापेमारी के बाद मीणा ने बताया कि नकली और घटिया खाद-बीज का कारोबार न केवल राजस्थान तक फैला है बल्कि इसकी सप्लाई नेपाल तक की जा रही है. इसका एक बड़ा नेटवर्क सक्रिय है जिसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. मीणा ने बताया कि नकली खाद न केवल जमीन को बंजर बना रही है बल्कि इससे किसानों का पैसा भी बर्बाद हो रहा है. किसान भरोसे पर खाद खरीदता है मगर उसे नकली माल बेच दिया जाता है. ऐसे में आप जब भी खाद खरीदने जाएं तो सावधान रहें और खुद से भी असली-नकली खाद की पहचान कर सकते हैं.