जौ की BH 946 देगी एक एकड़ में 20 से 22 क्विंटल की उपज, जानिए क्यों है ये इतनी कमाल

जौ की BH 946 देगी एक एकड़ में 20 से 22 क्विंटल की उपज, जानिए क्यों है ये इतनी कमाल

भारत में रबी सीजन की प्रमुख फसलों में शामिल जौ किसानों की आमदनी बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहा है. खासतौर पर BH 946 किस्म ने किसानों के बीच तेजी से लोकप्रियता हासिल की है. BH 946 से किसान एक एकड़ जमीन से 20 से 22 क्विंटल तक उपज प्राप्त कर सकते हैं.

barley variety BH 946barley variety BH 946
क‍िसान तक
  • नोएडा,
  • Sep 28, 2025,
  • Updated Sep 28, 2025, 7:03 PM IST

भारत में रबी सीजन की फसलें किसानों के लिए मुख्य फसले मानी जाती हैं. रबी सीजन की प्रमुख फसलों में जौ (Barley) भी शामिल है. जौ में BH 946 किस्म किसानों की आमदनी बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रही है, यही वजह है कि BH 946 किस्म किसानों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है. जौ की यह किस्म रोग-रोधी तो है ही, साथ-साथ ये ज्यादा दाने और अधिक माल्ट उत्पादन के लिए जानी जाती है. कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि जौ की BH 946 से किसान एक एकड़ जमीन से 20 से 22 क्विंटल तक उपज प्राप्त कर सकते हैं, जो पारंपरिक जौ की किस्मों की तुलना में काफी ज्यादा है.

क्यों खास है जौ की BH 946 किस्म? 

विशेषज्ञों की मानें तो BH 946 किस्म की सबसे बड़ी खासियत इसकी उपज क्षमता और प्रति स्पाइक दानों की संख्या है. यही कारण है कि बीयर और माल्ट उद्योग के लिए भी जौ की यह किस्म काफी उपयोगी साबित हो रही है. वहीं रोग-रोधी होने के कारण किसानों को फसल सुरक्षा पर खर्च भी ज्यादा नहीं करना पड़ता.

BH 946 बुवाई का सही समय

अगर आपको बारानी (बिना सिंचाई वाले) क्षेत्रों में ये जौ बोनी है तो मध्य अक्टूबर से शुरू हो जाती है, जबकि सिंचित क्षेत्रों में इसकी बुवाई के लिए 15 नवंबर से 30 नवंबर तक का समय सबसे उपयुक्त माना जाता है. इसके साथ ही इसके बीज की मात्रा क्षेत्र और बुवाई पद्धति के हिसाब से अलग रखनी होती है.

कितनी रखें बीज की मात्रा?

  • जौ की BH 946 किस्म की बारानी क्षेत्रों में बुवाई के लिए प्रति एकड़ 30 किलो बीज के हिसाब से डालें
  • वहीं सिंचित क्षेत्रों में बीज की मात्रा बढ़ाकर 35 किलो प्रति एकड़ कर सकते हैं.
  • लेकिन अगर पछेती बुवाई करना है तो 45 किलो बीज प्रति एकड़ डालना जरूरी है.
  • ध्यान रखने वाली बात ये भी है कि सीड ड्रिल विधि से बुवाई कर रहे हैं तो प्रति हेक्टेयर 75 किलो बीज पर्याप्त है 
  • मगर छिड़काव विधि से बुवाई करने पर इस किस्म की 100 किलो बीज प्रति हेक्टेयर से खेत में डालें

BH 946 की सिंचाई और देखभाल

जौ BH 946 की खेती में सिंचाई का भी खास खयाल रखना जरूरी है. इसकी पहली सिंचाई बुवाई के 40 से 45 दिन बाद करनी चाहिए. इसकी दूसरी सिंचाई करीब 80 से 85 दिन बाद की करनी होगी. अगर समय पर सिंचाई करेंगे तो पौधों की ग्रोथ बेहतर होगी और उपज में भी बढ़ोतरी मिलेगी.

जौ-BH 946 के प्रमुख क्षेत्र

भारत में जौ की खेती मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों में की जाती है. इन इलाकों की जलवायु इस फसल के लिए अनुकूल है.

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