खेती-किसानी में किसानों को बेहतर फसल उत्पादन के लिए सबसे जरूरी है सही बीजों का चयन करना. सीधे शब्दों में कहें तो बीज शुद्ध होने चाहिए और उनकी उत्पादन क्वालिटी अच्छी होनी चाहिए. दरअसल किसानों की मेहनत को सफल बनाने में बीज का अहम योगदान होता है, क्योंकि उच्च क्वालिटी वाले प्रमाणित बीजों के उपयोग करने से किसानों को लगभग 20 प्रतिशत तक उत्पादन में बढ़ोतरी हो सकती है.
क्वालिटी वाले बीजों से न सिर्फ उत्पादन क्षमता बढ़ती है, बल्कि खेतों में लगने वाले खरपतवार को भी कम किया जा सकता है. इसलिए कृषि विभाग किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज का चयन करने की सलाह देता है. जो किसान इसे मानेंगे वो फायदे में रहेंगे. ऐसे में आइए 4 तरीके से करें बीज की पहचान.
हरियाणा कृषि विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार बीज की पहचान करने का तरीका बेहद आसान है. अच्छा बीज वह है जो पूरे तरह से परिपक्व और अच्छी तरह से सूखा हो. इसके अलावा वो बीच अच्छे होते हैं जिसकी अंकुरण क्षमता अधिक हो. वहीं किसानों को ऐसे बीज का भी इस्तेमाल करना चाहिए जिसमें किसी अन्य फसलों का बीज न हो. साथ ही बीज में खरपतवारों और कंकर-पत्थर की मिलावट न हो. किसान ध्यान रखें कि बीज रोग मुक्त और कीट रहित हो. ऐसे बीजों की पहचान करके खेती करने से किसानों के उत्पादन में बढ़ोतरी होगी.
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अगर आपको पहचानना है कि बीज कैसा है तो उसके लिए एक घरेलू तरीका भी है, जिससे आपको बीज की पहचान करने में आसानी होगी. दरअसल बीजों को बोने के पहले एक बर्तन लें और उसमें पानी भर दें. इसके बाद बीजों को पानी में डाल दें और ध्यान से देखें कि बीज पानी में डूबते हैं या नहीं. 10-15 मिनट इंतजार करें. जो बीज अंदर से खोखले होंगे वो वो पानी में तैरने लगते हैं. ऐसे बीजों के अंकुरण की संभावना बहुत कम होती है. अगर बीज अच्छी क्वालिटी वाले हैं, तो वे भारी होते हैं. इन बीजों के अंकुरित होने की संभावना सबसे अधिक होती है. अगर घरेलू बीज बो रहे हैं तो अंकुरण परीक्षण कर लेना चाहिए.