खेती के साथ पशुपालन से जुड़े प्रयोग किसान की अतिरिक्त आय का जरिया होते है. लेकिन अब ये प्रयोग केवल जरिया ही नहीं बल्कि तगड़ी कमाई देने वाले फुल टाइम कारोबार बनते जा रहे हैं. अधिकांश लोग डेयरी, पोल्ट्री और गोट फार्मिंग करके अच्छी खासी कमाई से जुड़ रहे हैं. इसके अलावा मधुमक्खी पालन भी कमाई का अच्छा जरिया बन सकता है. शहद का उत्पादन करने के फायदे तो सब जानते हैं लेकिन मधुमक्खी पालन से जुड़ी बारीकियों के बारे में जानकारी थोड़ा कम है. इस खबर में आपको मधुमक्खी पालन से जुड़ी जानकारी देते हैं.
मधुमक्खी पालन करके शहद निकाला जाता है जिसकी मांग और कीमत अच्छी होती है. अगर आप मधुमक्खी पालन की शुरुआत करना चाहते हैं तो मधुमक्खी का छत्ता लाना होगा. इसे hive कहा जाता है वहीं आम बोलचाल की भाषा में इसे मधुमक्खी बॉक्स भी कहते हैं. आइए स्टेप में समझ लेते हैं कि इसकी शुरुआत कैसे करें?
मधुमक्खी पालन के लिए घरेलू और ऑनलाइन दोनों तरह की ट्रेनिंग होती है. हम आपको कुछ संस्थानों के नाम बता देते हैं जहां से आप बी कीपिंग यानी की मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण ले सकते हैं. हौज खास, नई दिल्ली में स्थित नेशनल बी बोर्ड, मधुमक्खी पालन एंड शोध संस्थान (कृषि विश्वविद्यालय हिसार, हरियाणा), केन्द्रीय मधुमक्खी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (पुणे, महाराष्ट्र) और मधुमक्खी प्रशिक्षण केंद्र (हल्द्वानी, नैनीताल, उत्तराखंड) जैसे कुछ प्रसिद्ध संस्थानों से आप ट्रेनिंग ले सकते हैं.
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भारत सरकार ने वैज्ञानिक तरीके से मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने के लिए एक खास योजना की शुरुआत की है. जिसका नाम "राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन और शहद मिशन" (NBHM) है. इस योजना के तहत कई राज्यों में और NABARD जैसे संस्थानों के माध्यम से ट्रेनिंग और सब्सिडी देते हैं. आपको बता दें कि अधिकतर राज्यों में 30–50% सब्सिडी पर बॉक्स और उपकरण मिलते हैं. इसके लिए आपको आवेदन करना पड़ता है.