Farming Tips: किसान ऐसे करें खेतों में खरपतवार नियंत्रण, अच्छी होगी उपज और बढ़ेगा मुनाफा

Farming Tips: किसान ऐसे करें खेतों में खरपतवार नियंत्रण, अच्छी होगी उपज और बढ़ेगा मुनाफा

खरपतवार कीड़ों और बीमारियों को बढ़ावा देते हैं. साथ ही यह फसल के लिए आवश्यक धूप, पानी और पोषक तत्वों के लिए फसलों से प्रतिस्पर्धा करता है. ऐसे में उपज और गुणवत्ता दोनों कम हो जाती है, जिससे खेती की कुल लागत भी बढ़ जाती है और मुनाफा भी अधिक नहीं होता है.

फसल में खरपतवार नियंत्रणफसल में खरपतवार नियंत्रण
प्राची वत्स
  • Noida,
  • Jan 27, 2023,
  • Updated Jan 27, 2023, 2:12 PM IST

अच्छी उपज के लिए यह आवश्यक है कि किसान समय-समय पर खेतों से खरपतवार निकालते रहें. ऐसे में उपज और गुणवत्ता दोनों में वृद्धि होती है. खरपतवार खेतों में लगी फसलों को नष्ट कर देते हैं. खरपतवार दुनिया भर में कृषि उत्पादकता के लिए सबसे महत्वपूर्ण जैविक बाधाओं में से एक हैं. ये कीड़ों और बीमारियों को बढ़ावा देते हैं. साथ ही यह फसल के लिए आवश्यक धूप, पानी और पोषक तत्वों के लिए फसलों से प्रतिस्पर्धा करता है. ऐसे में उपज और गुणवत्ता दोनों कम हो जाती है, जिससे खेती की कुल लागत भी बढ़ जाती है और मुनाफा भी अधिक नहीं होता है. ऐसे में खरपतवार को रोकना बहुत जरूरी है. वे कैसे जानते हैं:

इस समय गेहूं की फसल में खरपतवार का खतरा सबसे अधिक होता है. फसलों को खरपतवारों से बचाने के लिए यह आवश्यक है कि हम समय-समय पर उन्हें फसलों और खेतों से हटाते रहें. ऐसे में किसान कृषि उपकरण या फिर कीटनाशकों का प्रयोग कर खरपतवार हटा सकते हैं.

कृषि उपकरण के माध्यम से खरपतवार नियंत्रण

कृषि यंत्र की बात करें तो ड्राईलैंड वीडर (हुक टाईप) एक ऐसा हस्तचालित यंत्र है जिसका इस्तेमाल खरपतवार को हटाने के लिए किया जाता है. इसकी मदद से फसल के बीच खरपतवार को आसानी से नष्ट किया जा सकता है. इसमें एक रोलर होता है जिसमें लोहे की रॉड द्वारा फिट की गई दो डिस्क लगी होती है. रॉड पर छोटे आकार के हुक से जुड़े होते हैं. पूरी रोलर लोहे से निर्मित होती है.

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कीटनाशकों के इस्तेमाल से करें खरपतवार नियंत्रण

  • खरपतवार हटाने के लिए जरूरी है कि खरपतवारनाशी का छिड़काव बुवाई  के 30-35 दिन बाद 120-150 लीटर पानी में प्रति एकड़ फ्लैट-फैन नाजिल के द्वारा करना चाहिए.
  • मिश्रित खरपतवार के लिए सल्फोसल्फ्यूरान + मेट्सल्फ्यूरॉन का छिड़काव 16 ग्राम उत्पाद प्रति एकड़ या UPL Vesta (क्लोडिनाफॉप प्रोपरगिल 15% + मेट्सल्फुरॉन मिथाइल 1% WP) 160 ग्राम उत्पाद प्रति एकड़ या बाडवे (सल्फोसल्फ्यूरान + कारफेनट्राजोन) 25 + 20 ग्राम सक्रिय तत्व प्रति हेक्टेयर छिड़काव करें.
  • संकरी पत्ती वाले खरपतवार के लिए जरूरी है कि लीडर/सफल/फतेह (सल्फोसल्फ्यूरॉन) 13.5 ग्राम सक्रिय तत्व प्रति एकड़ या टापिक (क्लोडिनाफॉप) 60 ग्राम सक्रिय तत्व प्रति एकड़ के दर से छिड़काव करें.
  • चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार के लिएः 2, 4-डी. सोडियम साल्ट 400 ग्राम सक्रिय तत्व प्रति एकड़ या एल्ग्रिप (मेटसल्फ्यूरॉन) 4 ग्राम सक्रिय तत्व प्रति हेक्टेयर या    एफिनिटि (कार्फेन्ट्राजान) 08 ग्राम सक्रिय तत्व प्रति एकड़ केआर दर से छिड़काव करें.

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