शहरी जीवन में बागवानी एक पैशन बनता जा रहा है. कम जगह होने के बावजूद हर कोई इसे अपना रहा है. इसकी वजह से किचन गार्डनिंग का चलन काफी तेजी से बढ़ा है. लेकिन गार्डनिंग जितनी नेचुरल तरीके से की जाए उतना ही अच्छा और बेहतर होता है. ऐसे गार्डनिंग करने से पौधौं की ग्रोथ भी अच्छे से होती है. ऐसे में अगर आप भी किचन गार्डन में आसान और सस्ते तरीके से फल-सब्जी उगाना चाहते हैं तो फ्री में मिलने वाली खाद की जानकारी होना जरूरी है. जैसे कि अगर आप बगिये या गमलों में लगे पौधों की ग्रोथ को लेकर परेशान हैं. या फल और सब्जियां उतनी तेजी से नहीं बढ़ रहीं जितनी उम्मीद थी तो आप फ्री की खाद 'राख' का इस्तेमाल कर सकते हैं. आइए जानते हैं कैसे और क्या हैं राख के फायदे.
गार्डनिंग एक्सपर्ट की मानें तो किचन गार्डन में लगाए गए फल, फूल और सब्जियों वाले पौधों पर राख का इस्तेमाल करना बेस्ट माना जाता है. दावा है कि इसकी मदद से फल और सब्जियां 4 गुना तेजी से बढ़ने लगती हैं. अच्छी बात है कि राख का उपयोग करके पौधों को कीड़ों और फंगस से भी बचाया जा सकता है और इस तरीके से आप राख का इस्तेमाल फ्री की खाद के तौर पर कर सकते हैं.
दरअसल, जिस राख को लोग बेकार समझकर फेंक देते हैं, वो पौधों के लिए बेहतरीन खाद का काम करती है. इसमें पोटैशियम, फास्फोरस और कैल्शियम जैसे कई जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो पौधों की जड़ों को मजबूत बनाते हैं और उन्हें तेजी से बढ़ाने में मदद करते हैं. इसके अलावा राख की गंध और एल्कलाइन नेचर कीड़ों और फंगस को पौधों दूर रखने में मदद करता है. इसके लिए आप थोड़ी सी राख को पानी में घोलकर स्प्रे बना सकते हैं और उस स्प्रे का पौधों की पत्तियों पर छिड़काव कर सकते हैं.
गार्डनिंग में खाद के तौर इस्तेमाल के लिए आपको किसी भी प्रकार की लकड़ी या उपले की राख की जरूरत होगी. सीधा इस्तेमाल करने से पहले राख को अच्छी तरह से छान लीजिए, ताकि उसमें कोई बड़ा टुकड़ा या कंकड़ ना हो. अगर आप घर पर लकड़ी या उपले नहीं जलाते हों तो राख को खरीद भी सकते हैं.
राख को सीधे तौर पर पौधों में नहीं डालना चाहिए, बल्कि इसे मिट्टी में अच्छी तरह से मिलाकर ही पौधों या गमलों में डालना चाहिए. आप चाहें तो पौधा लगाते समय मिट्टी में राख मिला सकते हैं या मिट्टी की ऊपरी सतह पर फैला सकते हैं, जिससे पोषक तत्व धीरे-धीरे जड़ों में पहुंचेंगे. एक्सपर्ट के मुताबिक आप इस तरह के राख का इस्तेमाल हर 15 दिन में एक बार कर सकते हैं. वहीं, ध्यान रखें कि किसी भी चीज का इस्तेमाल जरूरत से ज्यादा नहीं करना चाहिए. इसी तरह बहुत ज्यादा राख का इस्तेमाल नुकसानदायक हो सकता है. आप छोटे पौधों के लिए एक चम्मच और बड़े पौधों के लिए दो चम्मच राख का इस्तेमाल कर सकते हैं.