आजकल खाने-पीने के सामान में मिलावट की समस्या बढ़ती जा रही है. चाहे वो नमक, तेल हो, या गुड़. दुकानदार मुनाफा कमाने के लिए इन सब चीजों में मिलावट कर रहे हैं. आमतौर पर हम गुड़ को सेहतमंद समझते हैं और इसे यह सोचकर डाइट में शामिल करते हैं कि ये हमारे शरीर को फायदा पहुंचाएगा. लेकिन मिलावटी गुड़ सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. दरअसल, बाजार में बिकने वाले गुड़ मिलावट से तैयार किए जा रहे हैं, जिसका स्वाद तो मीठा होता है, लेकिन इसकी शुद्धता पर सवाल खड़े हो जाते हैं. ऐसे में आइए इन चार आसान तरीकों से पता कर सकते हैं कि आप जो गुड़ खरीद रहे हैं वो नकली है या असली?
गुड़ को साफ-सुथरा दिखाने के लिए इसमें सोडा का काफी ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. सोडा के इस्तेमाल से गुड़ अधिक सफेद दिखने लगता है. जो गुड़ आपको दिखने में बहुत ही अच्छा लगे, तो ऐसा भी हो सकता है कि वह केमिकल से भरा हुआ हो. चलिए जानते हैं कैसे करें केमिकल्स युक्त और नकली गुड़ की पहचान?
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केमिकल्स युक्त गुड़ स्वाद में नमकीन और कड़वा होता है. ऐसे में इसकी मिठास को बढ़ाने के लिए इसमें शुगर क्रिस्टल का इस्तेमाल किया जाता है. इस स्थिति में गुड़ की पहचान करने के लिए 1 बर्तन में पानी लें. फिर उसमें गुड़ डालकर घोलें. अगर गुड़ पानी के नीचे बैठ जाता है, तो आपका गुड़ नकली हो सकता है. वहीं, गुड़ अच्छे से घुल जाए, तो गुड़ असली है.
रंगों से भी गुड़ की पहचान की जा सकती है. जैसे ज्यादा पीले और सफेद गुड़ केमिकल्स युक्त हो सकते हैं. असली गुड़ का रंग डार्क ब्राउन या फिर काला होता है. गुड़ का रंग जितना गहरा होता है. इसके शुद्ध होने की संभावना उतनी अधिक होती है. ऐसे में गुड़ खरीदते वक्त गुड़ के रंगों पर विशेष ध्यान दें.
नकली गुड़ में कैल्शियम कार्बोनेट और सोडियम बाइकार्बोनेट की मिलावट की जाती है. दरअसल, गुड़ के लुक को अच्छा करने के लिए कैल्शियम कार्बोनेट से पॉलिश किया जाता है. इसके कारण गुड़ का वजन बढ़ जाता है. यानी अगर गुड़ ज्यादा भारी है, तो यह नकली हो सकता है. इसलिए गुड़ खरीदते वक्त इन बातों का ध्यान जरूर रखें.
चिपचिपा या बहुत गीले गुड़ में भी मिलावट की संभावना अधिक होती है. इसलिए बेहतर होगा कि आप सख्त गुड़ ही लें. इन आसान तरीकों से आप घर पर गुड़ की शुद्धता की जांच कर सकते हैं.