मसालों की खेती पर बिहार के किसानों को मिलेगी बंपर सब्सिडी, जानिए कैसे उठाएं लाभ

मसालों की खेती पर बिहार के किसानों को मिलेगी बंपर सब्सिडी, जानिए कैसे उठाएं लाभ

बिहार सरकार बीज मसाले योजना के तहत धनिया और मेथी की खेती को बढ़ावा दे रही है. बता दें कि कम लागत और कम जगह में धनिया और मेथी की खेती कर बढ़िया मुनाफा कमाया जा सकता है. ऐसे में बिहार सरकार धनिया और मेथी करने वाले किसानों को बंपर सब्सिडी दे रही है.

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मसालों की खेती पर बिहार के किसानों को मिलेगी बंपर सब्सिडी, जानिए कैसे उठाएं लाभमसालों की खेती

पूरी दुनिया में भारतीय मसालों की बढ़ती डिमांड के बीच अब किसान भी मसाला उत्पादन की ओर तेजी से रुख कर रहे हैं. यह खेती सच में मुनाफे का सौदा है. आप चाहें तो अपनी जमीन को मसाला बागान में बदल सकते हैं. वहीं, किसानों की आमदनी को बढ़ाने के लिए बिहार सरकार भी बीज मसाले योजना के तहत धनिया और मेथी की खेती को बढ़ावा दे रही है. बता दें कि कम लागत और कम जगह में धनिया और मेथी की खेती कर बढ़िया मुनाफा कमाया जा सकता है. ऐसे में बिहार सरकार धनिया और मेथी करने वाले किसानों को बंपर सब्सिडी दे रही है. आइए जानते हैं कैसे उठा सकते हैं इस स्कीम का लाभ.

किसानों को कितनी मिलेगा सब्सिडी 

बिहार के किसानों को मसालों का क्षेत्र विस्तार या मसालों का उत्पादन करने के लिए उद्यानिकी विभाग ने ट्वीट कर जानकारी दी है. राज्य के किसानों को बीज मसाले योजना के तहत धनिया और मेथी पर प्रति एकड़ 15000 रुपये सब्सिडी मिलेगी.  इस योजना में किसानों को धनिया और मेथी की जानकारी दी जाएगी, ताकि किसान इसकी खेती करके अपनी आय को बेहतर कर सकें.  

किसान धनिया की ऐसे करें खेती

धनिया की खेती तेज धूप, अधिक ऊंचाई और जल निकासी वाले शुष्क और ठंडे इलाकों में करनी चाहिए.  इससे अधिक उत्पादन मिलता हैं. वहीं इसकी खेती अच्छी जल निकासी वाली दोमट या मटियार मिट्टी में करनी चाहिए. इसकी खेती के लिए सबसे पहले खेत में 2-3 गहरी जुताई करके खेत को समतल करना चाहिए. वहीं, आखिरी जुताई से पहले खेत में गोबर की खाद डालना बेहतर रहता है. खेत में धनिये के बीजों की बुवाई से पहले उन्हें रगड़कर दो हिस्सों में बांट लें, फिर बीज की बुवाई करें.

किसान मेथी की ऐसे करें खेती

मेथी की फसल के लिए खेत को अच्छी प्रकार से तैयार करना चाहिए. इसके लिए पहली जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से और 2 से 3 जुताई देसी हल या हेरो से करनी चाहिए. बुवाई के समय खेत में उचित नमी का होना अच्छे अंकुरण के लिए आवश्यक होता है. वहीं, मेथी की खेती मैदानी क्षेत्रों में अक्टूबर से नवंबर के मध्य की जाती है, जबकि पहाड़ी इलाकों में इसकी खेती मार्च से मई में की जाती है.

किसान ऐसे कर सकते हैं आवेदन

1. किसान ऑनलाइन आवेदन करने के लिए सबसे पहले राज्य सरकार की horticulture.bihar.gov.in वेबसाइट पर जाएं.
2. किसान आधिकारिक वेबसाइट के होम पेज पर जाने के बाद योजना का विकल्प चुनें.
3. यहां जाने के बाद आप बीज मसाले योजना पर क्लिक करें.
4. इसके बाद धनिया और मेथी पर सब्सिडी के लिए आवेदन करें.
5. यहां क्लिक करने के बाद आपके सामने रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुलकर आ जाएगा.
6. इसके बाद मांगी गई सारी जानकारी को ध्यानपूर्वक और सही-सही भर दें.
7. सभी डिटेल भरने के बाद आपका आवेदन सफलतापूर्वक जमा हो जाएगा.

जानकारी के लिए यहां करें संपर्क

यदि आप भी बिहार के किसान हैं और धनिया और मेथी का उत्पादन करना चाहते हैं तो इसके लिए सरकार आपके लिए सब्सिडी मुहैया करा रही है. इसके लिए किसान ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. इस सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए किसान सरकार की आधिकारिक वेबसाइट के लिंक पर विजिट कर सकते हैं. इसके अलावा किसान अधिक जानकारी के लिए अपने जिले के कृषि या बागवानी विभाग के कार्यालय में भी संपर्क कर सकते हैं.

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