किसान-Tech: मंडियों में लाइन लगाने के दिन गए, e-NAM पर किसान ऑनलाइन बेचें फसल

किसान-Tech: मंडियों में लाइन लगाने के दिन गए, e-NAM पर किसान ऑनलाइन बेचें फसल

भारत सरकार ने किसानों को अपनी फसल ऑनलाइन बेचने के लिए एक पोर्टल विकसित किया है. e-NAM पोर्टल पर किसानों और व्यापारी एक ही प्लेटफॉर्म पर फसल की खरीद-फरोख्त कर सकते हैं. खास बात है कि यहां देशभर की हजारों मंडियों के भाव के हिसाब से किसान अपनी फसल का भाव ले सकते हैं. किसान-Tech में आज हम आपको e-NAM पोर्टल के बारे में विस्तार से बताएंगे.

e-NAM पोर्टलe-NAM पोर्टल
स्वयं प्रकाश निरंजन
  • नोएडा,
  • Aug 09, 2024,
  • Updated Aug 09, 2024, 11:15 AM IST

बीते कुछ सालों से मंडियों में फसल बेचने को लेकर नई समस्या पैदा हो गई है. किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए लोड किए हुए ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ मंडियों में कई दिनों के लिए डेरा डाल पड़ा जाता है. मंडियों में फसल बेचने के लिए लंबा वेटिंग पीरियड लगभग पूरे देश में देखने को मिलता है. इसलिए आज किसान-Tech की इस सीरीज में हम आपको एक ऐसे ऑनलाइन पोर्टल के बारे में बता रहे हैं जहां किसान अपनी फसल घर बैठे ही बेच सकते हैं, इस पोर्टल का नाम e-NAM है. आज हम आपको बताने वाले हैं कि ये e-NAM कैसे किसानों को मंडियों की लाइन से छुटकारा दिला सकता है.

क्या है e-NAM पोर्टल?

दरअसल, e-NAM का पूरा नाम नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट है. ये ऑनलाइन प्लेटफार्म किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए सरकार की ओर से विकसित किया गया है.  e-NAM पोर्टल पर 1 हजार से भी ज्यादा मंडियां रजिस्टर्ड हैं, जहां किसान एक ही जगह सभी मंडियों के भाव के हिसाब से अपनी फसल बेच सकते हैं. इतना ही नहीं e-NAM पोर्टल पर करीब 2 करोड़ से ज्यादा किसान लाखों व्यापारी पंजीकृत हैं. e-NAM पोर्टल की सबसे बड़ी खासियत ये है कि यहां एक ही प्लेटफॉर्म पर किसान, व्यापारी और खरीददार एक साथ मिल जाते हैं. 

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e-NAM पोर्टल के फायदे

  • बता दें कि e-NAM ऑनलाइन मार्केटिंग वेबसाइट के जरिए सरकार का लक्ष्य है कि किसान अपनी फसल को सभी मंडियों के भाव से तुलना करके अच्छे दामों पर घर बैठे बेच सकें. 
  • यहां फसल की क्वालिटी के हिसाब से उसका अलग-अलग व्यापारी और मंडियों द्वारा दाम लगाया जा सकता है.
  • e-NAM का सबसे बड़ा फायदा ये है कि किसान अपनी फसल के लिए देश भर के व्यापारियों से बोली करा सकते हैं और ये सारा काम एक ही वेबसाइट पर घर बैठे करने की सुविधा मिलती है. 
  • इसके साथ ही e-NAM पोर्टल पूरी तरह से पारदर्शी है और यही वजह है कि यहां किसानों के साथ कोई धोखाधड़ी भी नहीं हो सकती.
  • मंडियों में किसानों को फसल बेचने के लिए दिन-रात ट्रॉली लोड करके इंतजार करना पड़ता है. देश में कई जगहों पर तो किसानों को फसल बेचने के लिए कई दिनों तक मंडी में ही डेरा डालकर रहना पड़ता है. इसलिए किसान e-NAM पोर्टल पर ऑनलाइन अपनी फसल बेचकर इस समस्या से भी निजात पा सकते हैं.

e-NAM पर कैसे बेचें फसल?

e-NAM पोर्टल का इस्तेमाल करने के लिए आपको पहले खुद को यहां रजिस्टर करना होगा. इसके लिए आपको सबसे पहले आपको e-NAM की आधिकारिक वेबसाइट http://www.enam.gov.in/web पर जाना होगा. 

यहां रजिस्टर करने के लिए आपको आधार कार्ड, बैंक अकाउंट डिटेल, जमीन का दस्तावेज और फसल का उत्पादन प्रमाण पत्र की जानकारी देनी होगी. 

जब एक बार आप इस पर रजिस्टर कर लेंगे तो अपनी फसल की किस्म, मात्रा और गुणवत्ता की जानकारी भी देनी होगी. इसके बाद किसान की फसल की डिटेल्स देखने के बाद जब कोई व्यापारी वह उपज खरीदना चाहेगा तो ऑनलाइन बोली लगाता है. एक बार जब किसान और व्यापारी के बीच डील फाइनल जाए तो किसान को उसकी फसल का पैसा सीधे उसके बैंक खाते में मिल जाता है.

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