बीते कुछ सालों से मंडियों में फसल बेचने को लेकर नई समस्या पैदा हो गई है. किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए लोड किए हुए ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ मंडियों में कई दिनों के लिए डेरा डाल पड़ा जाता है. मंडियों में फसल बेचने के लिए लंबा वेटिंग पीरियड लगभग पूरे देश में देखने को मिलता है. इसलिए आज किसान-Tech की इस सीरीज में हम आपको एक ऐसे ऑनलाइन पोर्टल के बारे में बता रहे हैं जहां किसान अपनी फसल घर बैठे ही बेच सकते हैं, इस पोर्टल का नाम e-NAM है. आज हम आपको बताने वाले हैं कि ये e-NAM कैसे किसानों को मंडियों की लाइन से छुटकारा दिला सकता है.
दरअसल, e-NAM का पूरा नाम नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट है. ये ऑनलाइन प्लेटफार्म किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए सरकार की ओर से विकसित किया गया है. e-NAM पोर्टल पर 1 हजार से भी ज्यादा मंडियां रजिस्टर्ड हैं, जहां किसान एक ही जगह सभी मंडियों के भाव के हिसाब से अपनी फसल बेच सकते हैं. इतना ही नहीं e-NAM पोर्टल पर करीब 2 करोड़ से ज्यादा किसान लाखों व्यापारी पंजीकृत हैं. e-NAM पोर्टल की सबसे बड़ी खासियत ये है कि यहां एक ही प्लेटफॉर्म पर किसान, व्यापारी और खरीददार एक साथ मिल जाते हैं.
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e-NAM पोर्टल का इस्तेमाल करने के लिए आपको पहले खुद को यहां रजिस्टर करना होगा. इसके लिए आपको सबसे पहले आपको e-NAM की आधिकारिक वेबसाइट http://www.enam.gov.in/web पर जाना होगा.
यहां रजिस्टर करने के लिए आपको आधार कार्ड, बैंक अकाउंट डिटेल, जमीन का दस्तावेज और फसल का उत्पादन प्रमाण पत्र की जानकारी देनी होगी.
जब एक बार आप इस पर रजिस्टर कर लेंगे तो अपनी फसल की किस्म, मात्रा और गुणवत्ता की जानकारी भी देनी होगी. इसके बाद किसान की फसल की डिटेल्स देखने के बाद जब कोई व्यापारी वह उपज खरीदना चाहेगा तो ऑनलाइन बोली लगाता है. एक बार जब किसान और व्यापारी के बीच डील फाइनल जाए तो किसान को उसकी फसल का पैसा सीधे उसके बैंक खाते में मिल जाता है.
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