Post-Harvest Handling Techniques: जैविक खेती से उगाई गईं फल और सब्ज़ियां न केवल सेहतमंद होती हैं, बल्कि इनकी गुणवत्ता और ताजगी बनाए रखना भी ज़रूरी होता है. फसल कटाई के बाद अगर सही तकनीकों का पालन न किया जाए, तो यह उत्पाद जल्दी खराब हो सकते हैं. इसलिए "फसल के बाद की हैंडलिंग तकनीकें" (Post-Harvest Handling Techniques) का सही इस्तेमाल बहुत जरूरी है.
कटाई के बाद सबसे पहला काम होता है फसल की सफाई. मिट्टी, धूल और अन्य गंदगी को हटाने के लिए फलों और सब्ज़ियों को साफ पानी से धोना चाहिए. इससे उत्पाद लंबे समय तक ताज़ा बने रहते हैं और रोगाणु भी कम हो जाते हैं.
सभी फल और सब्ज़ियाँ एक जैसे नहीं होते. कुछ बड़े, कुछ छोटे, और कुछ में दाग-धब्बे हो सकते हैं. इसलिए छंटाई (sorting) और ग्रेडिंग (grading) की जाती है. इससे अच्छी गुणवत्ता वाले उत्पादों को अलग किया जा सकता है, जो बाजार में बेहतर दाम दिला सकते हैं.
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धोने के बाद फसल को हल्के से सुखाना जरूरी होता है ताकि नमी के कारण फसल जल्दी खराब न हो. फलों और सब्ज़ियों को छाया में सुखाना सबसे अच्छा तरीका है ताकि उनका रंग और पोषक तत्व बने रहें.
जैविक उत्पादों की पैकेजिंग बहुत महत्वपूर्ण होती है. अच्छी पैकेजिंग न केवल उत्पाद को सुरक्षित रखती है, बल्कि ग्राहक का भरोसा भी बढ़ाती है. पैकिंग करते समय ध्यान रखें कि उपयोग की गई सामग्री पर्यावरण के अनुकूल (eco-friendly) हो और फसल की ताजगी बनाए रखे.
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जैविक उत्पादों को सही तापमान और नमी के स्तर पर स्टोर करना चाहिए. फल और सब्ज़ियों को अलग-अलग तापमान पर रखा जाता है. उदाहरण के लिए, हरी सब्ज़ियों को ठंडी और हवादार जगह पर रखना चाहिए जबकि कुछ फल कमरे के तापमान पर भी ठीक रहते हैं.
जब फसल को एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जाता है, तो उसे नुकसान से बचाने के लिए सुरक्षित तरीके से पैक किया जाना चाहिए. जैविक फसलों को ढ़ोते समय ध्यान रखें कि ट्रक या वाहन साफ और ठंडे हों ताकि फसल खराब न हो.