Bihar Flood: बिहार में बाढ़ से भारी तबाही, 2 लाख हेक्टेयर से अधिक रकबे में लगी फसल बर्बाद

Bihar Flood: बिहार में बाढ़ से भारी तबाही, 2 लाख हेक्टेयर से अधिक रकबे में लगी फसल बर्बाद

गोपालगंज जिले में गंडक, मुजफ्फरपुर में बागमती और खगड़िया के बलतारा तथा कटिहार के कुरसेला में कोसी को छोड़कर अन्य सभी नदियां अधिकांश स्थानों पर खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं. हालांकि, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के पूर्वानुमान के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी में देरी हुई है, जिसका अर्थ है कि नेपाल और राज्य में बारिश की संभावना खत्म नहीं हुई है.

Chaos in Bihar due to floodsChaos in Bihar due to floods
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Oct 04, 2024,
  • Updated Oct 04, 2024, 11:13 AM IST

बिहार में बाढ़ से खरीफ और बागवानी फसलों को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा है. राज्य के कृषि मंत्री मंगल पांडे ने मंगलवार को कहा कि इस साल बाढ़ ने 19 जिलों के 92 ब्लॉकों में भारी तबाही मचाई है. उनके मुताबिक, बाढ़ से 673 पंचायतों में करीब 2.24 लाख हेक्टेयर लगी फसल बर्बाद हो गई है. इससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि सितंबर महीने में आई बाढ़ ने अकेले गंडक, कोसी और गंगा नदियों के बेसिन में स्थित 16 जिलों के किसानों को प्रभावित किया. 

द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, बाढ़ के पानी से मिट्टी का कटाव हुआ और खड़ी फसलों के अलावा घरों, सड़कों और पुलों को भी नुकसान पहुंचा है. जल संसाधन विभाग ने कहा कि सोमवार को पश्चिमी चंपारण जिले के बैरिया गांव के पास गंडक नदी के पानी ने रिंग बांध को क्षतिग्रस्त कर दिया, जबकि गंगा, बागमती, कोसी और महानंदा जैसी प्रमुख और छोटी नदियों का जलस्तर घटने लगा है. पांडे ने मंगलवार को कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ नुकसान का जायजा लेते हुए कहा कि 91,817 हेक्टेयर कृषि भूमि पर फसल के नुकसान का अनुमान 33 फीसदी से अधिक है. सरकार किसानों को हर संभव सहायता करेगी.

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1.34 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया

पांडेय ने कहा कि जिला एवं प्रखंड कृषि पदाधिकारियों को फसल क्षति आकलन में समन्वय स्थापित कर एक सप्ताह के अंदर इसे पूरा करने के लिए नए निर्देश भेजे गए हैं. उन्हें अपनी रिपोर्ट राज्य मुख्यालय को भेजने को कहा गया है, ताकि फसल क्षति का आकलन किया जा सके. पांडेय ने कहा कि बाढ़ प्रभावित किसानों को इस खरीफ सीजन के अलावा रबी फसलों की बुआई के लिए वैकल्पिक फसलों के लिए मुफ्त बीज के रूप में तत्काल सहायता प्रदान की जाएगी. इस बीच, मंगलवार को कोसी पर बीरपुर बैराज से 1.52 लाख क्यूसेक और गंडक पर वाल्मीकिनगर बैराज से 1.34 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया.

कल हो सकती है भारी बारिश

गोपालगंज जिले में गंडक, मुजफ्फरपुर में बागमती और खगड़िया के बलतारा तथा कटिहार के कुरसेला में कोसी को छोड़कर अन्य सभी नदियां अधिकांश स्थानों पर खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं. हालांकि, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के पूर्वानुमान के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी में देरी हुई है, जिसका अर्थ है कि नेपाल और राज्य में बारिश की संभावना खत्म नहीं हुई है. लेकिन, राज्य जल संसाधन विभाग और केंद्रीय जल आयोग दोनों ने कहा कि 5 अक्टूबर तक नेपाल, बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश में हल्की बारिश होगी. 

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