राजस्थान के नागौर जिले में इस अनियमित बारिश के कारण फसलों को काफी नुकसान हुआ है. क्योंकि यहां पर मॉनसून की शुरुआत में तो अच्छी बारिश हुई, पर बाद में अच्छी बारिश नहीं हुई. इसके कारण किसानों के फसलों को काफी नुकसान हुआ है, फसलें पूरी तरह से नष्ट हो गई है. किसानों को फसल ना के बराबर हुई है. किसानों ने कहा कि पहले जमकर बारिश हुई उसके बार फसल कटाई के समय बिल्कुल भी बारिश नहीं हुई. पर बारिश नहीं होने का सबसे अधिक फायदा जीरा-ईसबगोल की खेती करने वाले किसानों को हुआ. क्योंकि बारिश नहीं होने से उन्हें इसका फायदा हुआ. बताया जाता है कि अगर जीरा की कटाई के समय अगर बारिश हो जाती है को जीरे की खुशबू खत्म हो जाती है. इस कारण किसानों को बाजार में अच्छे दाम नहीं मिल पाते हैं.
जबकि जब ईसबगोल कटाई के लिए तैयार होता है और अगर उस समय बारिश हो जाती है तो पूरी फसल झड़ जाती है, इससे किसानों को नुकसान होता है. इस बार इन दोनों की फसलों की कटाई के दौरान बारिश नहीं हुई इसका फायदा किसानों को हुआ. किसानों को जीरो जीरे इसबगोल के भाव जमकर मिले हैं. जीरा और ईसबगोल दोनो के भाव आसमान छूने लगे हैं. किसानों का कहना है कि उन्होंने कभी उम्मीद नहीं की थी कि उन्हें अपने फसलों के इतने अच्छे दाम मिलेंगे. इससे उन्हें फायदा हुआ है.
ये भी पढ़ेंः दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण से लोगों की जेब होगी हल्की! एमसीडी की बैठक में पेश होगा पार्किंग शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव
नागौरे के व्यापारी व्यापारी कोजाराम कडेला श्यामसर बताते हैं कि इस बार पहले जीरे ने जोरदार बाजी मारी है. यह सोने के भाव की बराबरी कर रहा है. अब भी फसलों में जीरे के भाव आसमान छू रहे हैं. जीरे के साथ ईसबगोल, सौंफ, सिंधी सुआ के भाव में भी तेजी देखी जा रही है. आज जीरे, ईसबगोल, की जमकर खरीद फरोख्त भी हुई हैं.