बारिश से खराब हो गई है फसल! यहां जानें मुआवजे के ल‍िए कहां और कैसे करें आवेदन

बारिश से खराब हो गई है फसल! यहां जानें मुआवजे के ल‍िए कहां और कैसे करें आवेदन

बारिश और ओलों से जोधपुर, बाड़मेर, चित्तौड़गढ़, जैसलमेर क्षेत्र में फसलों को नुकसान हुआ है. हालांकि गेहूं की फसल को अधिक नुकसान नहीं है, लेकिन सरसों, जीरा, ईसबगोल, तारामीरा जैसी फसलें काफी खराब हुई है.

बारिश से जीरा, सरसों में काफी नुकसान हुआ है. फोटो- भुवनेश रावबारिश से जीरा, सरसों में काफी नुकसान हुआ है. फोटो- भुवनेश राव
क‍िसान तक
  • Jaipur,
  • Mar 08, 2023,
  • Updated Mar 08, 2023, 8:35 AM IST

पूरे राजस्थान में बीते तीन दिन से खराब मौसम के कारण फसलें खराब हुई हैं. बारिश और ओलों से जोधपुर, बाड़मेर, चित्तौड़गढ़, जैसलमेर क्षेत्र में फसलों को नुकसान हुआ है. हालांकि गेहूं की फसल को अधिक नुकसान नहीं है, लेकिन सरसों, जीरा, ईसबगोल, तारामीरा जैसी फसलें काफी खराब हुई है. सरसों और तारामीरा खेतों में कटी हुई रखी थी. इसीलिए नुकसान काफी हुआ है. फसल खराबे पर बाड़मेर में तो किसानों ने कलेक्ट्रेट के सामने जमा होकर विशेष मुआवजे की मांग भी की है. अकेले जोधपुर जिले में छह लाख हेक्टेयर फसलें खराब हुई हैं. इसमें सरसों, जीरे की फसल शामिल है. ऐसे में क‍िसान परेशान हैं. लेक‍िन ज‍िन क‍िसानों ने अपनी फसलों का बीमा कराया है, वह बीमा क्लेम के ल‍िए आवेदन कर सकते हैं. 

आइए जानते हैं क‍ि क‍िसान फसल खराब होने पर फसल मुआवजे के ल‍िए कहां और कैसे आवेदन कर सकते हैं. क्योंक‍ि ये जानकारी क‍िसानों के ल‍िए बेहद जरूरी है. 

यहां करें खराब फसलों की शिकायत

जिन किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत फसलों का बीमा कराया हुआ है, वे 72 घंटे के अंदर फसल खराब होने की सूचना दे सकते हैं. इसके लिए किसान बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर पर कॉल कर सकते हैं. ये टोल फ्री नंबर 18002664141 है. इसके अलावा जिस कंपनी से किसानों ने फसलों का बीमा कराया है वे इंश्योरेंस कंपनी के मोबाइल एप से फसल खराबी की शिकायत दर्ज करा सकते हैं.

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इसके अलावा फसल खराब होने के निर्धारित प्रारूप में नुकसान की सूचना भरकर बीमा कंपनी की ई-मेल आईडी पर मेल कर सकते हैं. इसके साथ-साथ किसान कृषि विभाग, बीमा कंपनी के प्रतिनिधि और बैंक में भी फसल खराबी की सूचना दे सकते हैं. 

ये है राजस्थान में फसल बुवाई के आंकड़ें

इस साल राजस्थान में रबी सीजन में 109.55 लाख हेक्टेयर में बुवाई की गई है. इसमें अनाज और दालें 54.70 लाख हेक्टेयर में अनाज बोई हैं. वहीं, 39.43 लाख हेक्टेयर में तिलहन की फसलें बोई गई हैं. हालांकि कृषि विभाग ने रबी सीजन में कुल बुवाई का लक्ष्य 115.31 लाख लाख हेक्टेयर रखा था, लेकिन विभाग लक्ष्य का 95 फीसदी ही पूरा कर पाया. अनाजों में गेहूं 29650 हेक्टेयर में सबसे अधिक बोया है. इसके अलावा दालों में चना 20,570 हेक्टेयर में बोई गई हैं.

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तिलहन फसलों में सरसों की बुवाई सबसे अधिक हुई है. राजस्थान में 37,980 हेक्टेयर में  इस साल रबी मे सरसों की बुवाई हुई है. इसके अलावा तारामारी और अलसी बोई गई है. पिछले साल रबी सीजन में कुल 1,15,98 हजार हेक्टेयर में बुवाई की गई थी. 

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