PHOTOS: नहीं मिले अच्छे दाम तो गुस्साए किसानों ने मुफ्त में बांट दिए टमाटर, देखें तस्वीरें

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PHOTOS: नहीं मिले अच्छे दाम तो गुस्साए किसानों ने मुफ्त में बांट दिए टमाटर, देखें तस्वीरें

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महाराष्ट्र के लातूर जिले के मुरुड़ गांव में किसानों ने विरोध के तौर पर टमाटर को सड़कों पर तो नहीं फेंका लेकिन इसे मंडी में टमाटर खरीदने आये लोगों के बीट मुफ्त में बांट दिय़ा. दरअसल दो महीने पहले टमाटर की कीमत दो सौ रुपये किलो थी,इसे देखते हुए किसानों ने इस उम्मीद से टमाटर के उत्पादन पर जोर दिया की उन्हें भी अच्छी कीमत मिलेगी पर ऐसा नहीं हुआ, इससे किसानों को निराशा हाथ लगी और इसका गुस्सा मुफ्त में टमाटर बांट कर निकाला.

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लातूर के मुरूड़ मंडी में किसान उस वक्त टूट गए जब उन्हें टमाटर की थोक कीमत तीन रुपये प्रति किलो की दर से मिली. इससे किसान नाराज हो गए. किसानों का कहना था कि जिस टमाटर की खेती के लिए उन्हों लाखों रुपये खर्च किए और कई महीनों तक उसका देखभाल किया, अब तीन रुपये किलो बेचकर खेती की लागत भी निकाल पाना मुश्किल है. उनकी उम्मीदें टूट गई है. मुरुड़ मंडी में हर रोज पांच हजार कैरेट टमाटर की आवक होती है. 

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किसानों ने बताया कि इस वक्त अचानक से मंडी में टमाटर की आवक बढ़ गई इसके कारण किसानों को टमाटर के दाम नहीं मिल पा रहे हैं. किसानों की तो स्थिति यह है कि खेती करने में लगी पूंजी निकालना तो दूर की बात टमाटर तुड़ाई तक के पैसे नहीं निकल रहे हैं. इसके अलावा टमाटर को मंडियों तक लाने भी किराया लगता है. पर अच्छे दाम नहीं मिलने के कारण किसानों को  किराया भी अपनी जेब से भरना पड़ रहा है.

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मुरूड़ गांव के तीन किसानों ने यह कदम तब उठाया जब बाजार में टमाटर के दाम में भारी गिरावट दर्ज की गई. मुरुड़ शहर के सब्जी मार्केट में तीन टमाटर उत्पादक किसानों ने मिलकर बाजार में उन लोगों को मुफ्त में टमाटर बांट दिए जो लोग टमाटर खरीदने आए थे. इससे टमाटर लेने वालों में खुशी दिखी पर विरोध के तौर पर टमाटर बांट रहे किसानों के चेहरे पर गुस्सा और मायूसी झलक रही थी.

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मुफ्त में टमाटर बांटने वाले तीनों किसान, धाराशिव जिला अंतर्गत निपानी गांव के ज्ञानेश्वर अशोक गुंड,  मुरुड गांव के विश्वनाथ माली और मधुकर जाधव ने कहा कि दो महीने पहिले मार्केट में टमाटर को 200 रुपयों का भाव था इसीलिए उन्होंहेन टमाटर की खेती की थी. लेकिन अब टमाटर को सिर्फ 3 रूपयों का ही भाव मिल रहा है. इस दौरान टमाटर लेने वाले एक दूसरे को धक्का मुक्की करते नजर आए.

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विरोध कर रहे किसानों ने आरोप लगाया कि देश में उन्हें टमाटर के उचित दाम नहीं मिल रहे हैं और केंद्र सरकार बाहर से टमाटर को इंपोर्ट कर रही है. जिससे टमाटर के भाव और कम हो रहे हैं. इसीलिए केंद्र सरकार को हमारी यह मांग है कि, टमाटर की इंपोर्ट को बंद किया जाए और लातूर जिले के टमाटर उत्पादक किसानों को प्रति एकड़ के हिसाब से पंचनामा कर मुआवजा दिया जाए.