Cow Breed: रोजाना 50 से 100 लीटर तक दूध देती गाय की ये नस्ल, दूसरी नस्ल के बारे में भी पढ़ें 

Cow Breed: रोजाना 50 से 100 लीटर तक दूध देती गाय की ये नस्ल, दूसरी नस्ल के बारे में भी पढ़ें 

Cow Milk Production गायों की कई ऐसी नस्ल हैं जो भैंस से ज्यादा दूध देती हैं. हालांकि गायों से ज्यादा दूध लेने के मामले में हमारे देश में खास नस्ल की एचएफ और जर्सी गाय खूब पाली जाती हैं. वहीं दूध की क्वालिटी के मामले में हमारे देश में भी गायों की 51 रजिस्टर्ड नस्ल हैं. गाय, गिर, साहीवाल, ब्रदी, राठी, कांकरेज, थारपारकर भी अच्छी गाय मानी जाती हैं. 

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नासि‍र हुसैन
  • NEW DELHI,
  • Jun 07, 2025,
  • Updated Jun 07, 2025, 7:00 AM IST

Cow Milk Production भारत में गाय का दूध उत्पादन औसत पौने चार लीटर रोजाना है. हालांकि गिर, रेड सिंधी, साहीवाल, थारपारकर ऐसी गाय हैं जो बहुत ज्यादा दूध देती हैं. अगर विदेशी नस्लों की बात करें तो बड़ी मात्रा में दूध देने वाली गाय की नस्ल हैं. अगर गिरलांडो की बात करें तो इस नस्ल की गाय रोजाना 50 से 100 लीटर तक दूध देती हैं. भारत में भी एचएफ और जर्सी गाय बड़ी मात्रा में दूध देती हैं, लेकिन ये विदेशी नस्ल हैं. सरकारी आंकड़ों पर जाएं तो हमारे देश में गायों की 51 रजिस्टर्ड नस्ल हैं. 

अगर डेयरी एक्सपर्ट की मानें तो बेशक विदेशी नस्ल की गाय दूध ज्यादा देती हैं, लेकिन क्वालिटी के चलते देसी नस्ल की गायों के दूध की डिमांड ज्यादा रहती है. क्योंकि देसी नस्ल की गाय के दूध में ए2 होता है, जबकि विदेशी नस्ल की गायों के दूध में ए1 पाया जाता है. हालांकि विदेशी नस्ल की ब्राउन स्विभस, आयर-शायर, रेड डेन गाय और गिरलांडो आदि गाय एचएफ और जर्सी से भी ज्यादा दूध देती हैं. 

ये हैं दूध की बाल्टियां भरने वाली गाय 

चियानिना नस्ल- इस नस्ल की गाय 12 से 20 लीटर तक दूध देती है. इसका रंग सफेद और स्लेटी होता है. साथ ही इसका ऊंचा कद भी इसकी पहचान है. अगर इसके वजन की बात करें तो ये 800 से एक हजार किलो वजन तक की होती है. 

ब्राउन स्विस- ये गाय 21 से 29 लीटर दूध देती है. ब्राउन रंग की होती है. इसका वजन 590 से 640 किलो तक होता है, जो चियानिना नस्ल के मुकाबले बहुत कम है. 

आयर शायर- इस नस्ल की गाय ब्राउन स्विस नस्ल की गाय के मुकाबले 20 से 25 लीटर तक दूध देती है. अगर इसके रंग की बात करें तो सफेद रंग पर ब्राउन या लाल रंग के धब्बे होते हैं. जबकि इसका वजन 450 से 600 किलो तक होता है. 

ग्वेर्नसे गाय- चियानिना नस्ल की तरह से ये नस्ल भी 17 से 23 लीटर तक दूध देती है. ये सुनहरे रंग की होती है. वजन के मामले में ये 400 से 500 किलो तक होती है. 

रेड डेन- विदेशी नस्ल में ये बहुत कम दूध देने वाली गाय है. ये 12 से 15 लीटर तक दूध देती है. गहरे लाल रंग की होती है. और 600 से 660 किलो तक इसका वजन होता है. 

गिरलांडो गाय- दूध देने के मामले में इस गाय का कोई मुकाबला नहीं है. ये हर रोज 50 से 100 लीटर तक दूध देती है. इसके सफेद रंग के शरीर पर काले धब्बे होते हैं. वजन में ये 400 से 500 किलो तक की होती है.
 
एचएफ नस्ल- की गाय 25 से 50 लीटर तक दूध देती है. इनके शरीर पर सफेद और काले रंग के धब्बे होते हैं. इनका वजन 450 से 650 किलोग्रम तक होता है. भारत में इसका पालन बड़े पैमाने पर होता है.

अमेरिकन ब्राह्मण- इस नस्ल की गाय दो से चार लीटर तक दूध देती है. इसका ऊंचा हम्प और भारी शरीर इसकी बड़ी पहचान है. 

जर्सी गाय- ये भी भारत में खूब पाली जाती है. ये 25 से 35 लीटर तक दूध देती है. इस गाय का रंग हल्का लाल और पीला होता है. वजन 400 से 580 किलो तक होता है. 

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