यूपी की खास जमनापरी बकरी पालना चाहते हैं तो 16 पॉइंट में जानें खासियत 

यूपी की खास जमनापरी बकरी पालना चाहते हैं तो 16 पॉइंट में जानें खासियत 

साल 2019 की पशु जनगणना के मुताबिक देश में 149 मिलियन बकरे-बकरी हैं. हालाकि देश में हर साल इसमे 1.5 से दो फीसद का इजाफा भी होता रहता है.

पहचान के मुताबिक सफेद रंग की जमनापारी बकरी. पहचान के मुताबिक सफेद रंग की जमनापारी बकरी.
नासि‍र हुसैन
  • Noida ,
  • Dec 20, 2022,
  • Updated Dec 20, 2022, 11:39 AM IST

मीट के लिए तो बकरे पाले ही जाते थे, लेकिन अब दूध की बढ़ती डिमांड के चलते बकरी पालन भी बढ़ गया है. बकरी पालन में बकरा हो या फिर बकरी नस्ल को लेकर खासा ध्यान दिया जा रहा है. आज हम आपको यूपी की एक ऐसी ही खास नस्ल की बकरी के बारे में बताने जा रहे हैं. यूपी की पहचान बरबरी नस्ल की बकरी से तो है ही, लेकिन जमनापरी का नाम भी बहुत है. जमनापरी दूध के साथ ही अपने स्वादिष्ट मीट के लिए भी जानी जाती है. 

केन्द्रीय पशुपालन मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक जमनापरी बकरियां पहले नंबर पर यूपी में 7.54 लाख, दूसरे पर मध्य प्रदेश 5.66 लाख, तीसरे पर बिहार 3.21 लाख, चौथे पर राजस्थान 3.09 लाख और पांचवें नंबर पर पश्चिम बंगाल में 1.25 लाख सबसे ज्यादा पाई जाती हैं. देश में दूध देने वाली कुल बकरियों की संख्या 7.5 लाख है.  

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जमनापरी बकरियों की खासियत एक नजर में  

  • जमनापरी बकरी इटावा, यूपी के चकरनगर और गढ़पुरा इलाके में बहुत पाई जाती हैं. यह इलाका यमुना और चम्बल के बीहड़ वाला है. यहां बकरियों के लिए चराई की अच्छी सुविधा है. यह यूपी की एक खास नस्ल है. इसके अलावा यह मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान और पश्चिम बंगाल में भी पाई जाती है. 
  • यह देश की लम्बाई में एक बड़े आकार वाली बकरी है. इसके कान भी लम्बे नीचे की ओर लटके हुए होते हैं.  
  • इसका रंग आमतौर पर सफेद होता है. लेकिन कभी-कभी कान और गले पर लाल रंग की धारियां भी होती हैं. 
  • इसकी नाक उभरी हुई होती है और उसके आसपास बालों के गुच्छे होते हैं. 
  • बकरे-बकरी दोनों के पीछे के दोनों पैर के ऊपर लम्बे बाल होते हैं.
  • बकरे और बकरी दोनों में ही सींग पाए जाते हैं. 
  • बकरे का वजन 45 किलो और बकरी का वजन 38 किलो तक होता है. 
  • बकरा 90 से 100 सेमी और बकरी 70 से 80 सेमी ऊंची होती हैं.  
  • जमनापुरी बकरियां अपने 194 दिन के दूधकाल में एवरेज 200 लीटर तक दूध देती हैं.  
  • एक साल में जमनापरी बकरी 21 से 26 किलो तक की हो जाती है.
  • जमनापरी का बच्चा 4 किलो वजन तक का होता है. 
  • 20 से 25 महीने की उम्र पर पहला बच्चा  देती है. 
  • दूध के साथ ही यह मीट के लिए भी पाली जाती है. 
  • केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान, मथुरा लगातार जमनापरी बकरी पर रिसर्च करता है. 
  • देश में जमनापरी बकरियों की कुल संख्या 25.56 लाख है. 
  • प्योर जमनापरी ब्रीड बकरियों की संख्या 11.78 लाख है. 

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