तमिलनाडु में आवारा कुत्तों के हमले से 65 से ज्यादा भेड़-बकरियों की मौत और 600 से ज्यादा के बुरी तरह घायल होने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. पशुपालकों को मुआवजा दिलाने को लेकर 16-17 फरवरी को राज्य सरकार के खिलाफ बड़ा विरोध प्रदर्शन किया गया. अब भाजपा के किसान विंग पशुपालकों के समर्थन में उतर गई है और चेतावनी दी है कि मुआवजा जल्द नहीं दिए जाने पर सड़क रोको आंदोलन शुरू होगा.
एजेंसी के अनुसार पशुपालकों और किसानों ने कहा कि बीते कुछ समय से आवारा कुत्तों के हमले से उनके पशु मारे जा रहे हैं. बताया गया कि 70 से ज्यादा भेड़ और बकरियों की मौत हो चुकी है. जबकि, 600 से ज्यादा बकरियां और भेड़ें हमले में घायल हो चुकी हैं. बीते एक साल से कुत्तों के हमले जारी हैं. कई बार शिकायतों के बाद भी शासन और प्रशासन की ओर से कुछ एक्शन नहीं लिया गया है. किसानों ने कहा कि मृत मवेशियों के लिए उन्हें अभी तक मुआवजा भी नहीं दिया गया है.
भाजपा के किसान विंग के प्रमुख जीके नागराज ने आरोप लगाया कि पुलिस ने कांगेयम और चेन्नीमलाई में 70 भेड़, बकरियों की मौत पर मुआवजे की मांग को लेकर 15 और 16 फरवरी 2025 को किसान रोड रोको प्रदर्शन करने वाले किसानों पर बेरहमी से हमला किया है. उन्होंने कहा कि भाजपा पदाधिकारियों ने किसानों के विरोध में हिस्सा लिया. भाजपा नेता ने कहा कि अगर उचित मुआवजा नहीं दिया गया तो उनकी पार्टी बड़े पैमाने पर सड़क रोको और विरोध प्रदर्शन करेगी.
विपक्ष के नेता और एआईएडीएमके (AIADMK) महासचिव एडप्पाडी के पलानीस्वामी ने राज्य सरकार से तिरुपुर और इरोड के पशुपालकों को आवारा कुत्तों के हमले में बकरियों की मौत के लिए उचित मुआवजा देने का आग्रह किया है. आवारा कुत्तों के चलते होने वाली समस्या से निपटने के लिए त्वरित कार्रवाई की मांग करते हुए पलानीस्वामी ने कहा कि पशुओं के अलावा बच्चे और बुजुर्ग भी गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं. उन्होंने कहा कि भेड़ पालन तिरुपुर और इरोड जिलों के विभिन्न गांवों के किसानों की जीवन रेखा है और हाल के दिनों में कुत्तों के हमलों की कई घटनाओं में सैकड़ों बकरियां-भेड़ें मारी गई हैं.
पलानीस्वामी ने एक बयान में कहा कि किसानों ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अधिकारियों ने आवारा कुत्तों के हमलों को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है और कुत्तों के हमले में मारी गई बकरियों के लिए मुआवजा भी नहीं दिया गया है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने पशुपालकों को इरोड-पलानी मार्ग पर परवलसु में विरोध स्थल से जबरन हटा दिया. भाजपा नेता नागराज ने कहा कि पिछले एक साल में इरोड और तिरुपुर जिलों में 600 से अधिक बकरियों को कुत्तों ने काटा है और तमिलनाडु सरकार मुआवजा मांगने वाले किसानों को धोखा दे रही है. उन्होंने कहा कि भेड़ पालन इन जिलों में लोगों खासकर महिलाओं के लिए आजीविका का एकमात्र स्रोत है.