दूध का कारोबार करने के लिए अक्सर गाय या भैंस या फिर दोनों ही पाली जाती हैं. भैंस के दूध के मुकाबले गाय के दूध और उससे बने घी को ज्यादा बेहतर माना जाता है. हालांकि बिक्री भैंस के दूध की ज्यादा होती है. देश में बहुत सारे ऐसे डेयरी फार्म हैं जो पूरी तरह गायों से चल रहे हैं. वहां सिर्फ गाय ही पाली जाती हैं. दूध के लिए गिर, साहीवाल, कांकरेज, हरियाणा समेत गायों की 53 नस्ल देश के अलग-अलग राज्यों में पाली जाती हैं. अगर कोई छोटी या बड़ी किसी भी तरह की डेयरी शुरू करना चाहता है तो सबसे पहले जरूरी है कि अच्छी नस्ल के दुधारू पशु खरीदे जाएं.
एनीमल एक्सपर्ट की मानें तो पशु अगर प्योर नस्ल का होगा तो वो दूध भी ज्यादा देगा और बीमार भी कम पड़ेगा. इसलिए जब भी पशु हॉट में या सीधे डेयरी फार्म पर पशु खरीदने जाएं तो सबसे पहले हर एक पॉइंट पर पशु की खूब जांच-परख कर लें. मुमकिन हो तो दो-तीन दिन फार्म पर रुककर ही पशु की निगरानी भी कर लें.
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