Gomini: अब शहर में बैठे-बैठे लोग गांव में पाल सकेंगे देशी गाय, फोन पर मिलेगी रियल टाइम अपडेट; इस कंपनी ने शुरू की सर्विस

Gomini: अब शहर में बैठे-बैठे लोग गांव में पाल सकेंगे देशी गाय, फोन पर मिलेगी रियल टाइम अपडेट; इस कंपनी ने शुरू की सर्विस

गोमिनी, एक प्रबंधित गाय देखभाल सेवा मंच है जो जिम्मेदार स्वामित्व, पारंपरिक कल्याण और ग्रामीण सशक्तिकरण के माध्यम से गाय आधारित अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए शुरू किया गया है. इससे शहर के लोग गांव में अपने नाम पर एक देशी गाय पाल सकेंगे.

गाय को भी बनाया जा सकेगा सरोगेट मदरगाय को भी बनाया जा सकेगा सरोगेट मदर
क‍िसान तक
  • नोएडा,
  • Aug 26, 2025,
  • Updated Aug 26, 2025, 11:34 AM IST

गोमिनी, जो कि गायों की देखभाल के लिए एक सर्विस प्लेटफार्म है, वह अब चालू हो चुका है. इसे पशुओं का पारंपरिक कल्याण, जिम्मेदार स्वामित्व और ग्रामीण सशक्तिकरण के माध्यम से गाय आधारित अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए शुरू किया गया है. एक मीडिया बयान में कहा गया है कि यह मंच शहरी लोगों को देशी गायों का मालिक बनने में सक्षम बनाता है, जिससे भारत की ग्रामीण विरासत से सीधा संबंध स्थापित होता है. इसके साथ ही प्रशिक्षित ग्रामीण महिलाओं और किसानों के माध्यम से गायों की देखभाल के उच्चतम मानकों को भी सुनिश्चित किया जाता है.

शुद्ध A2 दूध के साथ पंचगव्य-आधारित उत्पाद

अप्रैल 2025 में अर्जुन शर्मा और गौरी शंकर द्वारा स्थापित, गोमिनी पंचगव्य की समग्र क्षमता पर फोकस करती है. इसमें लोगों को देशी गाय की नस्लों, प्राकृतिक खेती और आधुनिक तकनीक के साथ सतत ग्रामीण विकास को जोड़ा जाता है. बयान में कहा गया है कि हर एक शहरी परिवार को एक गाय रखने में सक्षम बनाकर, गोमिनी एक ग्रामीण महिला देखभालकर्ता को स्थायी आय के अवसर प्रदान करती है, जिससे उसे अपने परिवार को सपोर्ट करने, आर्थिक स्वतंत्रता प्राप्त करने और अपने समुदाय के आर्थिक विकास में योगदान करने में मदद मिलती है. कंपनी एक केवल आमंत्रण-आधारित पारिस्थितिकी तंत्र के रूप में काम करती है. इसे ये सुनिश्चित होता है कि प्रत्येक गाय की सम्मान और निष्ठा के साथ देखभाल की जाए. कंपनी ने कहा कि सभी गाय मालिकों को शुद्ध A2 दूध और पंचगव्य-आधारित स्वास्थ्यवर्धक उत्पाद दिए जाते हैं.

रियल टाइम में गाय की मॉनिटरिंग

बयान में कहा गया है कि लोग वेबसाइट या गोमिनी ऐप के माध्यम से अपनी गाय का स्वामित्व शुरू कर सकते हैं. हर एक गाय को RFID-टैग लगा है. गायों के ये RFID-टैग सुरक्षित एवं आजीवन स्वामित्व रिकॉर्ड के लिए ब्लॉकचेन-आधारित NFT से जोड़े गए हैं. IoT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स ) उपकरण रियल टाइम में गाय के स्वास्थ्य और गतिविधि पर नजर रखते हैं. AI सिस्टम संकट के शुरुआती संकेतों का पता लगाने के लिए गाय के व्यवहार की निगरानी करते हैं और CCTV-सक्षम कंप्यूटर विजन मालिकों को फार्म की लाइव एक्सेस प्रदान करता है.

गायों से आभासी रूप से बातचीत भी संभव

बयान में कहा गया है कि कंपनी एक संवर्धित वास्तविकता (Augmented Reality) सुविधा विकसित करने में लगी हुई है जो मालिकों को कहीं से भी अपनी गायों के साथ आभासी रूप से बातचीत करने की अनुमति देती है. गोमिनी के संस्थापक और सीईओ अर्जुन शर्मा का कहना है कि गोमिनी के साथ, हमारा लक्ष्य भारत की देशी गायों के सांस्कृतिक, पारिस्थितिक और आर्थिक महत्व को पुनर्स्थापित करके घर-घर में समृद्धि लाना है. हमारा मिशन लोगों को उनकी जड़ों से फिर से जोड़ना है, साथ ही ग्रामीण महिलाओं और समुदायों को सशक्त बनाना है और मनुष्यों और गायों के बीच पवित्र बंधन के माध्यम से स्थायी आजीविका का सृजन करना है.

इस बयान में आगे कहा गया है कि वैश्विक यूएनएसडीजी लक्ष्यों के साथ तालमेल बिठाकर और विश्वास, परंपरा और तकनीक का संयोजन करके, हम शहरी निवासियों और ग्रामीण देखभालकर्ताओं के बीच एक स्थायी सेतु का निर्माण कर रहे हैं. जैसे-जैसे गोमिनी की देखरेख में आने वाले गांवों में 500 या उससे अधिक गायें होंगी, हम उन्हें पूरी तरह से आत्मनिर्भर, रसायन-मुक्त जैविक कृषि पारिस्थितिकी तंत्र में बदलने में सक्षम होंगे, जिससे गौ-केंद्रित स्थायी जीवन के हमारे दृष्टिकोण को वास्तविकता में बदला जा सकेगा.

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