
Goat Meat Market बकरी पालन अब गांव से निकलकर शहर में भी फैल गया है. गांव ही नहीं शहर में भी लोग अब बकरी पालन को रोजगार बना रहे हैं. केन्द्र और राज्य बकरी पालन पर ट्रेनिंग दे रही हैं. सरकार इसे उन्नत बनाने के लिए काम कर रही है. हाल ही में सरकारी कोशिशों के चलते बकरे-बकरियों की तीन नई नस्ल को रजिस्टर्ड किया गया है. यह तीन नस्ल सोजत, गुजरी और करोली हैं. इन्हें खासतौर पर मीट के लिए पाला जाता है. अगर आप भी बकरीद और स्थानीय बाजार की डिमांड पूरी करने के लिए बकरे-बकरी पालते हैं तो और ज्यादा मुनाफे के लिए सोजत, गुजरी और करोली को पाल सकते हैं.
हालांकि देश के कुल दूध उत्पादन में बकरियों के दूध का योगदान करीब साढ़े तीन फीसद है. लेकिन देश में बकरे-बकरियों को मीट कारोबार के लिए ज्यादा पाला जाता है. पशुगणना 2019 के आंकड़ों पर जाएं तो देश में बकरे-बकरियों का आंकड़ा 15 करोड़ है. इसमे से 3.63 लाख बकरियां दूध देने वाली हैं. साल 2024-25 में 80 लाख टन दूध दिया था. वहीं इसी साल 15 लाख टन ज्यादा मीट का उत्पादन हुआ है.
गुजरी नस्ल खासतौर पर राजस्थान के अलवर में पाई जाती है. इस नस्ल के बकरे का औसत वजन 69 और बकरी का 58 किलो तक होता है. लेकिन ज्यादातर महाराष्ट्र में इस नस्ल के बकरे की स्पेशल तरीके से खिलाई कर उसे वजनी बनाया जाता है. जानकारों की मानें तो बकरा 150 किलो के वजन को भी पार कर जाता है. इस नस्ल की बकरी रोजाना औसत 1.60 किलोग्राम तक दूध देती है. यह सफेद और भूरे रंग की होती है. इसके पेट, मुंह और पैर पर सफेद धब्बे होते हैं.
सोजत नस्ल की बकरी नागौर, पाली, जैसलमेर और जोधपुर में पाई जाती है. यह जमनापरी की तरह से सफेद रंग की बड़े आकार वाली नस्ल की बकरी है. इसे खासतौर पर मीट के लिए पाला जाता है. इस नस्ल का बकरा औसत 60 किलो वजन तक का होता है. बकरी दिनभर में एक लीटर तक दूध देती है. सोजत की नार्थ इंडिया समेत महाराष्ट्रा में भी खासी डिमांड रहती है.
कोटा, बूंदी, बांरा और सवाई माधोपुर में करोली नस्ल की बकरियों खूब पाली जाती हैं. औसत 1.5 लीटर तक दूध रोजाना देती हैं. लेकिन स्थानीय लोगों की मानें तो राजस्थान और यूपी के लोकल बाजारों में इसके मीट की खासी मांग है. इसका पूरा शरीर काले रंग का होता है. सिर्फ चारों पैर के नीचे का हिस्सा भूरे रंग का होता है. इसकी एक खास बात यह भी है कि सिर्फ मैदान और जंगलों में चरने पर ही यह वजन के मामले में अच्छा रिजल्ट देती है.
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