अलवर जिले में नकली दूध और मावा बनाने की खबरें अक्सर आती रहती हैं, लेकिन इस बार सरस डेयरी की टीम ने सास-बहू को रंगेहाथ नकली दूध बनाते हुए पकड़ा है. एक ही घर से करीब दो हजार लीटर नकली दूध रोजाना बनाया जा रहा था. ये दूध गुजरात के मेहसाणा में अमूल के दूध कलेक्शन सेंटर पर भी पहुंच रहा था. मामला अलवर जिले में बहरोड़ तहसील के गादोज गांव का है.
जहां सरस डेयरी और मेडिकल विभाग की एक संयुक्त टीम ने गुरूवार सुबह पांच बजे शेखर यादव और अशोक यादव के घर छापा मारा.
किसान तक ने पूरा मामला समझने के लिए अलवर में राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फैडरेशन के एमडी महेश कुमार शर्मा से बात की. उन्होंने कहा कि छापा सुबह फूड सेफ्टी ऑफिसर की टीम ने मारा था. सरस की एक टीम हमेशा छापे में साथ रहती है. छापे में एक घर से सास-बहू नकली दूध बनाने का काम कर रही थीं. दूध को मौके पर ही नष्ट कर दिया गया है.
वहीं, अलवर में सरस डेयर की चेयरमैन विश्राम गुर्जर के मीडिया में दिए बयान के अनुसार गुरूवार सुबह पांच बजे टीम ने छापा मारा. हमें इसकी कुछ दिन पहले ही शिकायत मिली थी. टीम ने छापा मारा तो शेखर यादव के घर से 450 लीटर और अशोक यादव के घर से 1600 लीटर नकली दूध मिला. साथ ही नकली दूध में इस्तेमाल किया जाने वाला सामान भी बरामद किया गया है. जब टीम ने शेखर यादव के घर पर छापा मारा तो सास-बहू टीम के पैरों में पड़कर गिड़गिड़ाने लगीं. यह दूध रोजाना शहरों में सप्लाई किया जा रहा था.
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विश्राम गुर्जर ने मीडिया को बताया कि टीम ने शेखर के घर से 12 टीन रिफाइंड ऑयल, चार कट्टे मिल्क पाउडर और 14 कैन दूध बरामद किया है. शुरूआती जांच में पाया गया है कि ये लोग रिफाइंड ऑयल, दूध पाउडर और सोर्बिटोल (कब्ज की दवा) मिलाकर नकली दूध बना रहे थे.
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सरस डेयरी की टीम ने महिलाओं और ग्रामीणों से पूछताछ की तो मालूम चला कि ये लोग नकली दूध की सप्लाई गुजरात के मेहसाणा में अमूल दूध कलेक्शन सेंटर तक में करते हैं. साथ ही जयपुर, कोटपूतली, नीमराना और आसपास के इलाकों में भी सप्लाई करते हैं. रोजाना करीब दो हजार लीटर नकली दूध बनाकर अलग-अलग डेयरियों में भेजा जा रहा था. टीम और भी जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है.