बिहार में अस्पतालों की कमी को लेकर लगातार बात होती है. जहां अस्पताल हैं, वहां उनकी हालत पर सवाल उठते हैं. चाहें वो अस्पताल इंसानों के लिए हों या पशुओं के लिए. सरकार ने पशुओं के लिए अस्पतालों की कमी दूर करने के लिए योजना तैयार की है. इसके तहत सूबे की सरकार 100 नए मंडलीय पशु अस्पताल बनाने जा रही हैं. इसके साथ ही पुराने पशु अस्पतालों का जीर्णोद्धार किया जाएगा. पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य के सभी जिलों में आधुनिक सुविधाओं से युक्त नए अस्पताल बनाए जाएंगे. इनमें पशु चिकित्सकों के लिए ठहरने की भी व्यवस्था होगी.
विभाग के मंत्री मो. आफाक आलम ने बताया कि इस तरह के अस्पताल बनने से किसान भाइयों को पशुओं के इलाज के लिए इधर उधर भटकना नहीं पड़ेगा. वहीं राज्य की सरकार चौथे कृषि रोड मैप के जरिए पशुपालकों के पशुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिले, इसको लेकर कार्य कर रही है.
विभाग के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार एक अस्पताल बनाने के लिए क़रीब एक करोड़ पच्चीस लाख रुपए निर्धारित की गई है. अभी तक राज्य में करीब 1100 के आसपास पशु अस्पताल हैं.
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ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन आय बढ़ाने का बेहतर विकल्प है और इसकी अहमियत लगातार बढ़ी ही है. ग्रामीण क्षेत्र में पशुपालन रोजगार का सफल माध्यम बन रहा है. लेकिन अधिकांश जिलों में पशु के स्वास्थ्य से जुड़ी बेहतर व्यवस्था नहीं होने से पशुपालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
इसी समस्या से पार पाने के लिए नए अस्पताल बनाने की योजना है. राज्य में 100 नए अस्पताल बनाने को लेकर सरकार ने बजट की राशि भी दे दी है. इसके साथ ही अब सूबे के सभी जिलों में चिह्नित जमीन पर पशु अस्पताल बनाने के काम में तेजी आएगी. विभाग के मंत्री मो. आफाक आलम ने कहा कि मंडलीय पशु अस्पताल में सभी पशुओं का इलाज किया जाएगा. इसके साथ ही यहां ब्लड जांच घर, एक्सरे सहित अन्य कई तरह की आधुनिक सुविधा उपलब्ध रहेगी. वहीं दो मंजिला बनने वाले अस्पताल में इलाज के साथ डॉक्टरों के रहने की व्यवस्था की गई है. ताकि डॉक्टर इमरजेंसी में भी पशुओं का इलाज कर सके.
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विभाग के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार राज्य में करीब 1100 के आसपास पशु अस्पताल हैं. उनमें से अस्पतालों की बिल्डिंगोंं का जीर्णोद्धार किया जाना है. इसको लेकर भी राशि आवंटित हो चुकी हैं. पिछले साल 150 अस्पतालों का जीर्णोद्धार हुआ था. 2023-24 के दौरान करीब ढाई सौ अस्पतालों का जीर्णोद्धार करने का लक्ष्य है. नए अस्पताल बनने को लेकर पशु पालक सतेंद्र सिंह कहते हैं कि अगर नये अस्पताल बन जाने से पशुओं के इलाज में काफी सहूलियत मिलेगी. इसके साथ ही आधुनिक युक्त अस्पताल बनने से एक ही जगह पशुओं का इलाज संभव हो जाएगा.