राजस्थान में मॉनसून अपने विचित्र रंग दिखा रहा है. एक ओर जहां पूर्वी राजस्थान में कई जिलों में जमकर बारिश हुई है तो वहीं, पश्चिमी राजस्थान में खेत और किसान पानी का इंतजार ही कर रहे हैं. सोमवार देर रात प्रदेश के अजमेर, बारां, कोटा सहित करीब 13 शहरों में बारिश हुई. कई शहरों में एक इंच तक बरसात हुई है. साथ ही भरतपुर, जयपुर संभाग के कुछ जिलों में हल्की बारिश दर्ज की गई. मौसम केन्द्र, जयपुर के अनुसार मंगलवार को भी 12 जिलों में बारिश हो सकती है. तीन जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया गया है. इसी के साथ मौसम केन्द्र ने बताया कि 14 सितंबर तो बंगाल की खाड़ी में एक नया सिस्टम बनने की संभावना है. इससे पूर्वी राजस्थान में अगले 3-4 दिन में बारिश हो सकती है.
पूर्वानुमान के अनुसार भरतपुर, कोटा, उदयपुर, अजमेर और जयपुर संभाग में हल्की बारिश हो सकती है. पूर्वी राजस्थान में अगले एक सप्ताह तक हल्की बारिश जारी रह सकती है.
मौसम केन्द्र से मिली जानकारी के अनुसार अगले एक हफ्ते में पूर्वी राजस्थान में बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है. 13 सितंबर को भरतपुर, कोटा, उदयपुर और जयपुर संभागों में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है. वहीं, 14 सितंबर को भी अजमेर, भरतपुर, कोटा, उदयपुर और जयपुर संभाग में हल्की बारिश होगी. 15 सितंबर से इन्हीं संभागों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है. यह दौर 18 सितंबर तक जारी रहेगा. वहीं, अगले सात दिन में पूर्वी राजस्थान में अधिकतम तापमान में भी खास परिवर्तन नहीं होगा.
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मौसम विभाग ने 12 से 16 सितंबर के लिए पश्चिमी राजस्थान यानी बाड़मेर, बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जालौर, जोधपुर, नागौर, पाली और श्रीगंगानगर के लिए कोई चेतावनी जारी नहीं की है. इसका मतलब है कि इन जिलों में इन दिनों में बारिश नहीं होगी.
मौसम केन्द्र जयपुर की ओर से इस साल मॉनसून को लेकर एक रिपोर्ट जारी की गई है. इसके मुताबिक अगस्त महीने में जयपुर में 33.5 एमएम बारिश ही हुई है. जो अगस्त में होने वाली औसत बारिश से करीब 82 प्रतिशत कम है. जयपुर में अगस्त में औसत बरसात 181 एमएम होती है.
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हालांकि जिले में रुक-रुक कर बारिश हुई है. इसीलिए इस क्षेत्र में किसानों को अधिक नुकसान नहीं हुआ है. वहीं, पश्चिमी राजस्थान में पानी की कमी के कारण फसलें सूख गई हैं. किसान फसलों के मुआवजे की मांग कर रहे हैं.
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