खेती से किसान अपनी तकदीर बदल सकते हैं और खुद को गरीबी से बाहर निकाल सकते हैं, बस सही समय पर सही तकनीक और तरीके से खेती करने की जरूरत है. पंजाब के मानसा जिला अंतर्गत घरांगना गांव के किसान मनजीत सिंह ने भी इसी तरह से सफलता हासिल की है. आज वो एक सफल किसान हैं और खेती करने की तकनीक बदल कर अच्छी कमाई कर रहे हैं. सालाना 20 से 25 लाख रुपये तक की कमाई करने वाले मनजीत सिंह के जीवन में एक वक्त ऐसी भी आया था जब उन्होंने आर्थिक तंगी के कारण पत्नी के गहने तक गिरवी रखे थे.
मनजीत सिंह ने यह उपलब्धि 10 वर्षों में हासिल की है. ऐसे में आपके भी मन में यह सवाल आता होगा कि आखिर कैसे उन्होंने इतनी जल्दी इतनी अधिक ऊंचाई को छू लिया. इसे हासिल करने के लिए उन्होंने खेती के तरीकों को ही बदल दिया. पहले वे धान की खेती करते थे, पर फिर वो प्याज के बीज उत्पादन, प्याज की नर्सरी तैयार करने और मौसमी सब्जियों की खेती करने लगे. इससे उन्हें दो फायदे हुए, पहला कमाई बढ़ी और धान और गेहूं की खेती की तुलना में 90 फीसदी पानी की खपत को भी कम कर दिया.
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द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार मनजीत सिंह ने बताया कि साल 2013-14 में उन्होंने एक मरला जमीन यानी केवल 25 वर्ग मीटर में सब्जी और प्याज की नर्सरी की शुरूआत की थी. उस वक्त उनके पास पैसे नहीं थे तो अपनी पत्नी के गहने गिरवी रखकर ज्यादा जमीन में खेती शुरू की. उनका यह रिस्क काम कर गया. उन्होंने एक साल के अंदर पत्नी के गहने छुड़वा लिए और परिवार का कर्ज भी चुका दिया. अब उन्होंने अपने 5 एकड़ के खेत को बेटे के नाम पर रखा है, जहां पर वो पूरे साल 10 लोगों को रोजगार देते हैं.
मनजीत ने बताया कि वह प्याज की बीज के लिए प्याज की खेती करते हैं. उनके पास प्याज की 100 साल पुरानी किस्म एक्स 1004 जो अपने स्वाद और रंग के लिए मशहूर है. उन्होंने आगे बताया कि ढाई एकड़ में प्याज के बीज बनाने के लिए प्याज की खेती करते हैं. एक एकड़ में प्याज बीज की खेती करने के लिए 12 क्विंटल प्याज की जरूरत होती है. जिसकी लागत लगभग 70,000 रुपये आती है. इसमें खेती का खर्च मिलाकर कुल खर्च सवा लाख रुपये तक पहुंच जाता है. इस तरह से वो ढाई क्विंटल प्याज बीज का उत्पादन करते हैं. जिसे वो ढाई से तीन लाख रुपये क्विंटल की दर से बेच देते हैं. इस तरह से सभी खर्च काटने के बाद 5 लाख रुपये की शुद्ध कमाई हो जाती है.
मनजीत बताते हैं कि महीने में वे अपने नर्सरी से भी प्याज के पौधे बेचकर अच्छी कमाई करके. उन्होंने बताया कि एक एकड़ में प्याज की खेती करने में 1.2 लाख रुपये का खर्चा जाता है, जबकि उसे बेचकर छह लाख रुपये तक की कमाई हो जाती है. पारंपरिक फसलों की तुलना में यह काफी ज्यादा मुनाफा देता है क्योंकि एएमएसपी पर फसल बेचकर वो एक साल में प्रति एकड़ लाख रुपये तक की कमा पाते हैं.
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अपनी सफलता का श्रेय मनजीत पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) और कृषि विभाग द्वारा आयोजित किसान मेलों में भाग लेने को देते हैं. जहां पर वो हमेशा अपने पिता के साथ आते थे और कृषि की नई और उन्नत तकनीक को देखते थे. यही से प्रेरित होकर उन्होंने धान और गेहूं की पारंपरिक खेती से आगे बढ़कर सब्जियों की खेती करने का फैसला किया. उनके द्वारा उगाई जाने वाली प्याज के बीज की किस्म, एक्स 1004 ने पंजाब और हरियाणा दोनों में प्रथम पुरस्कार जीता है.
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