देश के किसान अब पारंपरिक फसलों जैसे गेहूं और धान की खेती को छोड़कर अलग-अलग फसलों की खेती करने लगे हैं. किसानों का मानना है कि पारंपरिक फसलों का खेती में अधिक आमदनी नहीं होती है. ऐसे में अब किसानों का रुझान दूसरी फसलों को उगाने की ओर बढ़ता जा रहा है. साथ ही खेती को लाभ का धंधा बनाने और किसानों की आय को दोगुना करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं. इसमें परंपरागत खेती के साथ ही उद्यानिकी और बागवानी को बढ़ावा दिया जा रहा है. जिससे किसान उद्यान लगाकर और बागवानी करके अच्छा लाभ कमा सकें और अपनी आर्थिक स्थिति को सुधार सकें. ऐसे ही एक किसान हैं ओमप्रकाश जाट जो मध्य प्रदेश के नसरुल्लागंज के रहने वाले हैं. उन्होंने सब्जी की खेती करके अच्छा मुनाफा कमाया है.
किसान ओमप्रकाश ने बताया कि कि उनके पास 25 एकड़ जमीन है, जिसमें वे पहले गेहूं, चना और सोयाबीन की खेती करते थे. लेकिन, कुछ समय के बाद इन फसलों के उत्पादन में कमी आने लगी और लागत में वृद्धि होने लगी. जिसके चलते उन्हें कम आमदानी भी होने लगी. फिर उन्हें खेती से आमदनी बढ़ाने के लिए कृषि विभाग द्वारा सब्जी की खेती करने का सुझाव दिया गया.
ये भी पढ़ें:- Jeerawan: बंदूक और चाकू जितना खतरनाक है ये मसाला! फ्लाइट में ले जाने पर लगी रोक
कृषि विभाग के अधिकारियों के मार्गदर्शन में ओमप्रकाश ने अपनी 5 एकड़ जमीन में मिर्च और 6 एकड़ जमीन में करेले की खेती की. खेतों में उन्होंने मिर्च की दो किस्मों को उगाया. इसके तहत उनके उत्पादन में काफी वृद्धि हुई. इस प्रकार इस फसल से उन्हें लाखों रुपये का उत्पादन होने की संभावना है. अभी तक उनको पूरे 11 एकड़ में की गई मिर्ची और और करेले से लगभग 5 लाख का फायदा हो चुका है और उनका मानना है कि आने वाले दिनों में आय में और अधिक वृद्धि होगी.
किसान ओमप्रकाश अपने खेतों में कृषि विभाग द्वारा बताई गई तकनीकों से खेती करके बहुत सारी सब्जियों का उत्पादन करते हैं. वह अपने खेतों में मिर्च, प्याज, करेला और धनिये की खेती करते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा दी गई जानकारी से खेती करने में काफी लाभ हो रहा है. उन्होंने कहा कि गेहूं, चना और सोयाबीन की खेती से अधिक लाभ सब्जी उगाने में है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today