बिहार का बांका जिला ने देशभर में कृतिमान स्थापित किया है. देश में चल रहे आकांक्षी जिला कार्यक्रम में कृषि के क्षेत्र में देश में पहला स्थान हासिल करने वाला जिला बना है. नीति आयोग द्वारा नवंबर 2022 की जारी रैंकिंग के अनुसार देशभर के 112 जिलों में से बांका जिला कृषि के क्षेत्र में अव्वल रहा है. इस नंबर वन जिला के टैग मिलने के बाद बांका जिला का कृषि के क्षेत्र में और भी बेहतर विकास होगा. इस जिले को सिर्फ देश में ही नहीं बिहार के भी काफी पिछड़े जिलों की श्रेणी में गिना जाता है. लेकिन, हाल के कुछ दिनों में बांका जिला का प्रदर्शन हर क्षेत्र में बेहतर होते जा रहा है, जो बिहार और इस जिले के लोगों के लिए गौरवान्वित कर रहा है.
बांका जिला के डीएम अंशुल कुमार के बेहतर प्रयासों से जिला को देशभर के आकांक्षी जिला कार्यक्रम में पहला स्थान प्राप्त कर एक नया कीर्तिमान बनाया है. वहीं इससे पहले राज्य सरकार की ओर से इस जिला को स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी बेहतर काम करने के लिए सम्मानित किया गया था और सिर्फ यही नहीं, यह जिला राजस्व के मामले में भी तकरीबन डेढ़ सालों से बिहार का नंबर वन जिला बना हुआ है.
बांका जिला को कृषि कार्य के लिए करीब तीन करोड़ की राशि नीति आयोग द्वारा आवंटित की जाएगी. इस राशि से जिले में कृषि को और बेहतर बनाने की जिला प्रशासन और कृषि विभाग की मदद से विकास के कामों के लिए योजना तैयार की जाएगी.
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बांका जिले के कटोरिया प्रखंड के करझौंसा गांव में एक सामेकित कृषि फार्म का निर्माण किया गया है. जहां एक ही जगह पर अनेकों काम किए जा रहे हैं. जिसमें मधुमक्खी पालन से लेकर चेक डेम, लेमन ग्रास का तेल निकालने का प्लांट भी बनाया गया है.
बांका जिले में कृषि के क्षेत्र में कई अहम काम हुआ है. डीएम अंशुल कुमार ने बांका ज्वाइन करते ही कृषि के क्षेत्र में इस जिले की तस्वीर बदल के रख दी. कृषि के साथ- साथ जिले के कई सिंचाई योजनाओं को पर भी जमकर काम किया. उसे धरातल पर उतारा. अमृत सरोवर के तहत 75 तालाबों का मरम्मत करवा कर किसानों को सौंपा. वहीं भूमि संरक्षण विभाग के तहत दर्जनों पोखर भी बनवाया. और कई पोखरों का मरम्मत भी करवाया.
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