खादी महोत्सव में योगी सरकार ने उद्यमियों को दिया बड़ा मंच, रेशम, अचार-मुरब्बा समेत कई उत्पादों की बिक्री में आई तेजी

खादी महोत्सव में योगी सरकार ने उद्यमियों को दिया बड़ा मंच, रेशम, अचार-मुरब्बा समेत कई उत्पादों की बिक्री में आई तेजी

Lucknow News: प्रदेश में खादी ग्रामोद्योग, हस्तशिल्प और पारंपरिक कला को प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएं लागू की गई हैं. वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना पीएम एफएमई योजना और राज्य की सूक्ष्म उद्योग नीतियों के माध्यम से हजारों युवाओं को रोजगार मिला है.

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खादी महोत्सव में योगी सरकार ने उद्यमियों को दिया बड़ा मंच, रेशम, अचार-मुरब्बा समेत कई उत्पादों की बिक्री में आई तेजीउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (File- Photo)

योगी सरकार द्वारा आत्मनिर्भर भारत और स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के संकल्प के अनुरूप उत्तर प्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड, लखनऊ द्वारा केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, गोमती नगर, लखनऊ में 21 नवंबर से 30 नवंबर, 2025 तक 10 दिवसीय 'खादी महोत्सव-2025' का आयोजन किया जा रहा है. महोत्सव के दौरान प्रतिदिन खादी प्रेमियों की बढ़ती हुई भीड़ देखी जा रही है और अब तक प्रदर्शनी में लगभग  27.34 लाख रुपए की बिक्री दर्ज की जा चुकी है.

उद्यमियों को अच्छा मिलेगा आर्थिक लाभ

महोत्सव में क्षेत्रीय श्री गांधी आश्रम, बाराबंकी के स्टॉल पर ऊनी, सूती-खादी उत्पादों की भारी बिक्री हो रही है. ग्रामोदय संस्थान, सीतापुर के स्टॉल पर भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचकर अपनी पसंद के उत्पाद खरीद रहे हैं. खादी एवं रेशम के परिधान, अचार-मुरब्बा, हर्बल उत्पाद, जड़ी-बूटी आदि के स्टालों पर उपभोक्ताओं की उत्साहपूर्ण भीड़ देखने को मिल रही है, जिससे उद्यमियों को अच्छा आर्थिक लाभ प्राप्त हो रहा है.

युवा पीढ़ी में खादी परिधानों की मांग

बोर्ड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी शिशिर सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की स्वदेशी उत्पादों के संवर्धन की नीति के अनुरूप खादी उत्पादों को आधुनिकता से जोड़कर विकसित किया जा रहा है. आज युवा पीढ़ी में खादी परिधानों की मांग तेजी से बढ़ रही है. महोत्सव का उद्देश्य खादी एवं ग्रामोद्योगी उत्पादों को बड़े बाजार से जोड़ना और अधिक से अधिक बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करना है.

एनबीआरआई, सी-मैप के वैज्ञानिक होंगे शामिल

उन्होंने बताया कि खादी एवं ग्रामोद्योगी इकाइयों के उत्पादों की बिकी को और प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से 25 नवम्बर, 2025 को ‘‘खरीदार-विक्रेता सम्मेलन’’ का आयोजन किया जाएगा. इसमें खादी उत्पादक संस्थाओं, उद्यमियों के साथ-साथ एनबीआरआई, सी-मैप के वैज्ञानिक, फैशन इंस्टीट्यूट के फैकल्टी सदस्य तथा फ्लिपकार्ट ई-कामर्स प्लेटफॉर्म के प्रतिनिधि भी भाग लेंगे. यह सम्मेलन खादी उद्योग को राष्ट्रीय और वैश्विक बाज़ार से जोड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा.

स्वदेशी उत्पादों और स्वरोजगार को बढ़ावा

सीईओ शिशिर सिंह का कहना हैं कि योगी सरकार के नेतृत्व में यहां हस्तशिल्पियों के उत्पाद को मंच मिल रहा है.यहां खादी वस्त्रों के साथ ही हस्तशिल्पियों के उत्पाद और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के कार्यों को भी प्रोत्साहन मिल रहा है. यह महोत्सव आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में सहायक हो रहा है.

'वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट' योजना

वहीं प्रदेश में खादी ग्रामोद्योग, हस्तशिल्प और पारंपरिक कला को प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएं लागू की गई हैं. 'वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना' पीएम एफएमई योजना और राज्य की सूक्ष्म उद्योग नीतियों के माध्यम से हजारों युवाओं को रोजगार मिला है. खादी महोत्सव इन्हीं प्रयासों का विस्तृत प्रदर्शन है, जो उद्यमियों को बाजार विस्तार, तकनीकी विकास और व्यापार के नए अवसर प्रदान करेगा.

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