ग्रामीण परिवेश के साथ गांव की समस्याओं और सामाजिक ताने-बाने को दिखाने वाली वेबसीरीज 'पंचायत' के कैरेक्टर भूषण कुमार (बनराकस) और बिनोद ने सिरीज में बड़ी खूबसूरती से गांव की समस्याओं, जरूरतें और अपनी महत्वाकांक्षाओं को खुलकर सामने रखा है. इससे दोनों कैरेक्टर लोगों की जुबान और जेहन में काबिज हो गए हैं. अब दोनों कैरेक्टर को फसल बीमा के प्रति किसानों को जागरूक करते देखा जा रहा है, जिसमें बिनोद कहता है कि फसल बीमा कराने से सुकूनभरी नींद आती है और फसल की सुरक्षा भी होती है.
केंद्र सरकार प्राकृतिक आपदा से किसानों की फसल नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए पीएम फसल बीमा योजना चला रही है. केंद्रीय कृषि मंत्रालय के पीएम फसल बीमा योजना के प्रति किसानों को जागरूक बनाने के इरादे से 'पंचायत' वेबसीरीज के कैरेक्टर भूषण कुमार और बिनोद का इस्तेमाल किया है. यह दोनों कैरेक्टर इतने लोकप्रिय हैं कि सोशल मीडिया पर विभिन्न मुद्दों पर मीम्स के रूप में इन कैरेक्टर्स का लोग जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं. अब किसानों को पीएम फसल बीमा के प्रति जागरूक करने के लिए कृषि मंत्रालय ने इन कैरेक्टर्स का सहारा लिया है.
पीएम फसल बीमा योजना के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से की गई पोस्ट में 'पंचायत' के बिनोद और भूषण को फोटो में बातचीत करते देखा जा सकता है. तस्वीर में बिनोद भूषण से कहते दिखाया गया है कि फसल बीमा कराने के बाद ये बात तो है... नींद भी सुकून की आती है और सुरक्षा का भरोसा भी रहता है.
इस पोस्ट के जरिए किसानों को फसल बीमा कराने और उसके फायदे के बारे में किसानों को बताने की कोशिश की गई है.
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) किसानों को प्राकृतिक आपदाओं, कीटों और बीमारियों से फसलों को होने वाले आर्थिक नुकसान से बचाती है।
— Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana (@pmfby) October 9, 2024
इस योजना में न्यूनतम प्रीमियम दर पर फसल बीमा मिलता है, डिजिटल तकनीक के जरिए मुआवजा बेहद आसानी से और जल्दी उपलब्ध कराया जाता है। प्रधानमंत्री फसल… pic.twitter.com/CMFZVjl6C9
किसानों को बताया गया है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) किसानों को प्राकृतिक आपदाओं, कीटों और बीमारियों से फसलों को होने वाले आर्थिक नुकसान से बचाती है. इस योजना में न्यूनतम प्रीमियम दर पर फसल बीमा मिलता है, डिजिटल तकनीक के जरिए मुआवजा बेहद आसानी से और जल्दी उपलब्ध कराया जाता है. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों को आर्थिक सुरक्षा और स्थिरता देने में मदद करती है.
खरीफ सीजन में बारिश और बाढ़ की वजह से बर्बाद फसलों की भरपाई पीएम फसल बीमा योजना के तहत बीमा कराने वाले किसानों को की गई है. कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार खरीफ सीजन 2024 के लिए 8.69 करोड़ से अधिक किसानों के फसल बीमा कराने के आवेदन पहुंचे हैं. बता दें कि पीएम फसल बीमा योजना की शुरूआत जनवरी 2016 में की गई थी. इन 8 वर्षों के दौरान 70 करोड़ से अधिक किसानों के आवेदन मिले हैं. इनमें से 19.67 करोड़ से अधिक किसानों को फसल नुकसान की भरपाई की गई है. इसके तहत 1.64 लाख करोड़ से अधिक राशि का बीमा क्लेम भुगतान किया जा चुका है.
केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने किसानों को रबी सीजन की बुवाई की शुरुआत के साथ ही किसानों को फसल बीमा कराने की सलाह दी है. किसान न्यूनतम प्रीमियम दर पर फसल बीमा करवा कर अपनी फसलों को सुरक्षित कर सकते हैं. मंत्रालय ने रबी फसलों और बागवानी फसलों के बीमा के लिए प्रीमियम खरीफ की तुलना में कम है.
पीएम फसल बीमा योजना के अनुसार रबी सीजन में हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के किसान गेहूं फसल का बीमा कराते हैं तो 2 हेक्टेयर फसल के लिए एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी को किसान सम इंश्योर्ड की 1.5 फीसदी राशि यानी 1800 रुपये प्रीमियम यानी बीमा की किस्त चुकाएगा. जबकि, 8 फीसदी रकम केंद्र और राज्य सरकार बीमा कंपनी को चुकाएंगी. फसल का बीमा होने के बाद अगर फसल का नुकसान होता है तो किसान को अधिकतम 1.20 लाख रुपये मुआवजा के रूप में मिलेगा.
Copyright©2024 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today