हरियाणा सरकार ने बागवानी किसानों को राहत देने वाला एक बड़ा ऐलान किया है. सरकार ने अब मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना (एमबीबीवाई) के तहत फसल बीमा के लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख बढ़ा दी है. पहले यह तारीख 31 मई थी लेकिन अब इसे बढ़ाकर 31 जुलाई कर दिया गया है. इससे किसानों को रजिस्ट्रेशन कराने में आसानी होगी. साथ ही उन्हें अपनी फसलों को खराब मौसम और प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए भी ज्यादा समय मिल जाएगा.
इस योजना के तहत किसानों को नामांकन के लिए कुल बीमा प्रीमियम का केवल 2.5 प्रतिशत भुगतान करना होगा. बाकी लागत राज्य सरकार उठाएगी. प्रीमियम की वजह से यह योजना उन किसानों के लिए एक तरह का सुरक्षा कवच है जो सब्जी, फल और मसालों की खेती करते हैं. एमबीबीवाई का मकसद ओलावृष्टि, बहुत ज्यादा गर्मी, पाला, बाढ़, तूफान और आग जैसी प्रतिकूल मौसम स्थितियों के कारण किसानों को होने वाले फसल नुकसान की भरपाई करना है. यह कई तरह की बागवानी फसलों को कवर करती है. साथ ही नुकसान की स्थिति में समय पर आर्थिक मदद सुनिश्चित करती है.
इस योजना के तहत कुल 46 फसलें शामिल हैं:
इस योजना के तहत सब्जियों और मसाले की प्रति एकड़ फसल पर इंश्योरेंस की रकम 30 हजार रुपये तय की गई है. किसानों को इसके लिए सिर्फ 750 रुपये बतौर प्रीमियम देने होते हैं. फलों के लिए यह राशि 40 हजार रुपये है जिसमें किसानों को 1000 रुपये देने होते हैं.
योजना की आखिरी तारीख बढ़ाया जाना उन किसानों के लिए एक फायदेमंद कदम है जो पहले निर्धारित समय सीमा से चूक गए थे. अब वो एक छोटा सा प्रीमियम देकर खेती से होने वाली अपनी आय को नुकसान से बचा सकेंगे. यह योजना न सिर्फ आर्थिक सुरक्षा मुहैया कराती है बल्कि विशेषज्ञ इसे किसानों का आत्मविश्वास बढ़ाने वाला भी करार देते हैं. ऐसे में जो भी किसान हरियाणा के हैं और बागवानी फसलें उगा रहे हैं, वो इस योजना का फायदा उठाने के लिए 31 जुलाई से पहले अपना रजिस्ट्रेशन जरूर पूरा कर लें.
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