महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए केंद्र सरकार नमो ड्रोन दीदी स्कीम लाई है. इस स्कीम के तहत महिलाओं को ड्रोन दीदी के रूप में चयन करके उन्हें सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है. सरकार की इस योजना से कृषि क्षेत्र में भी उत्पादकता बढ़ाने की मंशा है. नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत महिलाओं को ड्रोन उड़ाने, डेटा विश्लेषण और ड्रोन के रखरखाव के लिए ट्रेनिंग दी जा रही है. महिलाएं ड्रोन का इस्तेमाल करके अलग-अलग कृषि कार्यों में किसानों की मदद करेंगी. ड्रोन के जरिए वे फसलों की निगरानी, कीटनाशक और उर्वरक का छिड़काव करेंगी. यहां तक कि बीज की बुवाई की भी ट्रेनिंग दी गई है. अयोध्या जनपद में सबीना खातून और शीला यादव का चयन नमो ड्रोन दीदी योजना के अंतर्गत किया गया है. ये महिलाएं चयनित होने के बाद काफी खुश हैं. उन्होंने ड्रोन दीदी के रूप में चुने जाने पर सरकार की तारीफ की. इस तरह की और भी कई महिलाएं हैं जो ड्रोन दीदी बनी हैं.
केंद्र सरकार के द्वारा नवंबर 2023 में नमो ड्रोन दीदी योजना की शुरुआत की गई थी. इस योजना के तहत देश में 15000 से अधिक महिलाओं को ड्रोन दीदी बनाने का लक्ष्य रखा गया है. इस योजना का लाभ लेने के लिए महिलाओं को स्वयं सहायता समूह का सदस्य होना जरूरी है. वही इस योजना का लाभ पाने के लिए महिलाओं की उम्र 18 से 37 साल के बीच होनी चाहिए. इस योजना के तहत चयन होने पर महिलाओं को 15 दिन तक ड्रोन चलाने का प्रशिक्षण दिया जाता है. यहां तक कि ड्रोन दीदी के रूप में जो महिला काम करेगी उसे 15000 रुपये तक की सैलरी भी दी जाएगी. इस योजना का लाभ लेने के लिए महिलाओं को आधार कार्ड, स्थानीय निवास प्रमाण पत्र, पैन कार्ड, ईमेल आईडी, फोन नंबर, पासपोर्ट साइज के फोटो और स्वयं सहायता ग्रुप का पहचान पत्र होना जरूरी है.
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यूपी के अयोध्या जनपद की संडवा गांव की रहने वाली सबीना खातून का चयन नमो ड्रोन दीदी के रूप में हुआ है. उन्होंने इसके लिए प्रयागराज के फूलपुर में 15 दिन की ट्रेनिंग ली है. इस योजना के रूप में उन्हें 10 लीटर क्षमता का एक ड्रोन भी दिया गया है. किसान तक से बात करते हुए सबीना खातून कहती हैं कि सरकार ने उन्हें इस योग्य समझा है, इसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद करती हूं. ड्रोन दीदी के रूप में चयन होने से उनके सपनों को पंख मिल गए हैं. इस योजना से वे पहले से सशक्त तो हुई ही हैं बल्कि अब आत्मनिर्भर बनने की राह पर भी हैं. उनका प्रयास है कि किसानों की आय बढ़ाने में सरकार का पूरा सहयोग करे.
अयोध्या जनपद की ड्रोन दीदी के रूप में चयन होने के बाद शीला यादव कहती हैं कि इस योजना में बिना किसी भेदभाव का चयन हुआ है. उन्होंने कभी सपने भी नहीं सोचा था कि उनका चयन ड्रोन दीदी योजना के अंतर्गत होगा. जब ड्रेस पहनकर वह ड्रोन लेकर निकलती हैं तो उनका हौसला और भी ज्यादा बढ़ जाता है. इस योजना से न सिर्फ वह आत्मनिर्भर बनेंगी बल्कि किसानों की आय बढ़ाने में सरकार का पूरा सहयोग करेंगी. सरकार चाहती है कि उर्वरक की बर्बादी को कम किया जाए, इसलिए ड्रोन के माध्यम से लिक्विड डीएपी और लिक्विड यूरिया का छिड़काव करेंगी. इससे न सिर्फ किसानों की फसल लागत कम होगी, वहीं उनका उत्पादन भी बढ़ेगा.
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